कलेक्टर भीम सिंह के निर्देशन में दिव्यांगों के सशक्तिकरण एवं उनके हितार्थ संचालित कल्याणकारी योजनाओं से दिव्यांगजनों को लाभान्वित किये जाने के उद्देश्य से जिले के सभी विकास खण्डों में कक्षा पहली से बारहवीं में अध्ययनरत दिव्यांगजनों के लिए विशेष आंकलन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में राजीव गांधी शिक्षा मिशन के समावेशी शिक्षा के अंतर्गत जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी.आदित्य एवं जिला मिशन समन्वयक आर.के. देवांगन के मार्गदर्शन में 06 जनवरी को सारंगढ़ विकास खण्ड के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सारंगढ़ में कोविड-19 महामारी से बचाव एवं सामाजिक दूरी का पालन करते हुए शिविर का आयोजन किया गया।
उल्लेखनीय है कि किसी भी दिव्यांगजनों को सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न हो तथा सरकार द्वारा संचालित सभी कल्याणकारी योजनाओं को सहजता पूर्वक उपलब्ध कराने विशेष दिव्यांगजन आंकलन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस आंकलन शिविर के माध्यम से सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों का जांच कर विविध योजनाओं के अंतर्गत प्रमाण पत्र, कृत्रिम यंत्र आदि वितरित किया जाएगा। एक छत के नीचे दिव्यांगजनों को स्थानीय पर तमाम सुविधाओं को उपलब्ध कराना इस शिविर का प्रमुख उद्देश्य है।
विकासखण्ड स्तरीय आंकलन शिविर के संदर्भ में विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी आर.एन सिंह ने बताया कि शासन-प्रशासन के निर्देशानुसार कक्षा पहली से बारहवीं में अध्ययनरत बच्चों का विभिन्न दिव्यांगता से संबंधित चिन्हांकन कर उन्हें यूडीआईडी एवं दिव्यांगता प्रमाण पत्र दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन उनके विशिष्ट पहचान पत्र एवं दिव्यांग प्रमाण पत्र के माध्यम से सरकार के विविध जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेकर विकास की मुख्यधारा से जुड़कर सम्मान के साथ बेहतर जीवन यापन कर सकेंगे। बीआरसी शोभाराम पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि राजीव गांधी शिक्षा मिशन के समावेशी शिक्षा अंतर्गत दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के उद्देश्य से शिविर का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों के हितार्थ संचालित हो रही योजनाओं के लाभ के लिए यूडीआइडी कार्ड और दिव्यंगता प्रमाण पत्र दिए जाएंगे जिससे सरकार के तमाम योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि आज के इस शिविर में जिला मेडिकल बोर्ड के दल द्वारा कक्षा पहली से बारहवीं के बच्चों में से अस्थि बाधित के 43, दृष्टि बाधित के 48, श्रवण बाधित 23, सिकलिन के 3, मानसिक मंदता के 7 और कूबड़ तथा बौनापन के चार और एक दिव्यांग बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर यूडीआइडी तथा दिव्यंगता प्रमाण पत्र के लिए चिन्हांकित किया गया। जिले से आये डॉक्टरों की दल ने पूरी निष्ठा एवं समर्पण की भावना से बच्चों का परीक्षण किये। इस कार्यक्रम में विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी आर.एन.सिंह, सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी मुकेश कुर्रे, बीआरसी शोभाराम पटेल, बीआरपी निराला, लेखापाल सतपथी, महेंद्र यादव सहित संकुल समन्वयक पंकज दुबे, दीपक तिवारी, ध्रुव कुमार महंत एवं बच्चों के साथ पालकगण उपस्थित रहे।