सहायक उपकरण वितरण योजना अंतर्गत जिले में विभिन्न श्रेणी के पात्र दिव्यांगजनों को उपकरण प्रदाय कर उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है। दिव्यांगजनों के लिए सहायक उपकरण, सहायक अंगों, ट्रायसायकल, श्रवण यंत्र, बैसाखी सहित स्वरोजगार के लिए ऋण अनुदान सहायता राशि उपलब्ध कराया जाता है। जिससे उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार के लिए काफी मदद मिलती है।
24 अक्टूबर को राष्ट्रीय विधिक प्राधिकरण (नालसा ) नई दिल्ली के तत्वावधान एवं छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत अखिल भारतीय जागरूकता एवं आउटरीच अभियान के अंतर्गत ’मेगा लीगल सर्विस कैम्प’ का आयोजन जिला कर्यालय सहित जिले के सभी विकासखण्ड मुख्यालय में आयोजित किया गया।
इस दौरान जिला कार्यालय में समाज कल्याण विभाग द्वारा सहायक उपकरण वितरण योजना के अंतर्गत अस्थिबाधित दिव्यांग अर्जुन टांडे को बैटरी चलित ट्रायसायकल उपलब्ध कराया गया। अर्जुन टांडे ने बताया कि वे बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम देवरी में रहते है। वे अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए आर्थिक सहयोग भी करते है। इसके लिए वे किराना स्टोर्स का संचालन करते है। उन्होंने बताया कि किराना स्टोर्स उनके घर से 4-5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहां आने-जाने में समस्या होती है। टांडे बताते है कि आवाजाही में समस्या की वजह से वे बैटरी चलित ट्रायसायकल के लिए समाज कल्याण विभाग को आवेदन किया था। जिसके उपरांत मुझे यह बैटरी चलित ट्रायसायकल कुछ दिनों बाद मिल गई। ट्रायसायकल मिलने से अब मैं कहीं भी आसानी से आना-जाना कर सकता हूँ तथा दूसरों पर निर्भरता भी कम होगी। टांडे ने बताया कि राज्य शासन द्वारा संचालित सहायक उपकरण वितरण योजना हम जैसे दिव्यांगजनों के लिए वरदान साबित हो रही है। वे इसे पाकर बहुत खुश है और इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन और समाज कल्याण विभाग को धन्यवाद ज्ञापित किया है।