नई दिल्ली : केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने दिल्ली विश्वविद्यालय के 97वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित किया जो आज दिल्ली के इंडोर स्टेडियम स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के मल्टी-पर्पज हॉल में आयोजित किया गया था। मंत्री ने महर्षि कणाद भवन का भी उद्घाटन किया। विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार, 1,78,719 डिजिटल डिग्री को केंद्रीय शिक्षा मंत्री द्वारा ऑनलाइन वितरित किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि एक विश्वविद्यालय का कर्तव्य अन्य शैक्षणिक संस्थानों का संरक्षण, संवर्धन, समर्थन और मार्गदर्शन करना है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय विद्या योजना के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित संस्थानों का समर्थन और संवर्धन कर रहा है।
शिक्षा क्षेत्र में सुधारों की आवश्यकता पर जोर देते हुए, श्री पोखरियाल ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर उत्कृष्टता केंद्र को आगे बढ़ाकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास न केवल भारतीय शिक्षा प्रणाली को मजबूत करेगा बल्कि भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति भी बनाएगा। श्री पोखरियाल ने छात्रों और अभिभावकों को उनके जीवन के इस महत्वपूर्ण दिन पर बधाई दी और उन्हें कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने इस महामारी के दौरान अपने छात्रों के समग्र विकास में कोई व्यवधान पैदा नहीं होने देने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की।
डीन एग्जामिनेशन, प्रोफेसर डी. एस. रावत ने 670 डॉक्टरेट की डिग्री, 44 डीएम/ एम सीएच की डिग्री, 156 पदक और 36 पुरस्कार (बहु-विषयक क्षेत्रों से) धारकों को बधाई दी। इस मौके पर विश्वविद्यालय की तरफ से एक ब्रोशर जारी किया गया जिसमें कोविड -19 रेजिलिएशन पर एक समर्पित भाग है। शिक्षा मंत्रालय के निर्देशानुसार छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए बड़े स्तर पर ओपन बुक परीक्षा (ओबीई) आयोजित करने वाला देश का पहला विश्वविद्यालय बनना सबसे बड़ी उपलब्धि रही है।
कुलपति (कार्यवाहक) ने बड़े गर्व के साथ साझा किया कि विश्वविद्यालय ने दूरस्थ क्षेत्रों के संस्थानों का समर्थन करने के लिए विद्या विस्तर योजना शुरू की है। वी2 योजना के तहत, यह विश्वविद्यालय पार्टनर इंस्टीट्यूट को विशेषज्ञ फैकल्टी सदस्य, पुस्तकालय संसाधन और अन्य शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान करेगा। न्यू लर्निंग सेंटर की स्थापना की दिशा में विश्वविद्यालय ने पहल की है। इसके तहत दिल्ली स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ, दिल्ली स्कूल ऑफ क्लाइमेट चेंज एंड सस्टेनेबिलिटी, नई अवधारणाओं में शिक्षा प्रदान करने के लिए दिल्ली स्कूल ऑफ स्किल एन्हांसमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट की भी घोषणा की गई।