रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की फ्लैगशिप महतारी वंदन योजना निम्न एवं मध्यम वर्ग के महिलाओं के लिए अनेक दृष्टि से लाभप्रद सिद्ध होकर मुश्किल वक्त का सहारा बन गई है। आज भी पुरुष प्रधान भारतीय समाज में महिलाओं को छोटी-बड़ी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पुरुषों पर ही निर्भर रहना पड़ता है। आज के दौर में भी कामकाजी महिलाओं के द्वारा अपने मेहनत से किए गए अनेक कार्यों का पैसा भी उनके पिता, पति, ससुर या उनके घर के मुखिया के पास जमा होता है। लेकिन राज्य सरकार के महतारी वंदन योजना की राशि प्रतिमाह संबंधित महिला के खाते में सीधे जमा होने से यह राशि राज्य के महिलाओं के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो रही है।
पूरे प्रदेश की भाँति बालोद जिले में भी इस योजना का बेहतर प्रतिसाद देखने को मिल रहा है। राज्य सरकार की इस लोक कल्याणकारी योजना के माध्यम से प्रतिमाह एक हजार रूपये की राशि मिलने से जिले के ग्राम झलमला के वार्ड नंबर 08 की निवासी डिलेश्वरी के लिए आर्थिक संबलता का आधार बन गया है। इस योजना के फलस्वरूप राशि मिलने से डिलेश्वरी अपने छोटे बच्चों के लिए नियमित रूप से पौष्टिक भोज्य पदार्थों की प्रबंध करने के अलावा जरूरत पड़ने पर ईलाज एवं साबुन, सोडा इत्यादि छोटी-मोटी जरूरतों को आसानी से पूरा कर पा रही हैं। अब उन्हें अपने दैनिक आवश्यकताओं के लिए लगने वाली चीजों की पूर्ति तथा ईलाज आदि आवश्यक कार्यों के लिए अब किसी के पास हाथ फैलाने की आवश्यकता नही पड़ रही है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई महतारी वंदन योजना हमारे जैसे अनेक गरीब एवं मध्यम वर्ग के महिलाओं के लिए हर तरह से उपयोगी सिद्ध होकर मुश्किल वक्त का सहारा बन गई है। प्रत्येक माह इस योजना की राशि उनके खाते में जमा होने से अब उसे इन चीजों का प्रबंध करने में किसी प्रकार की कठिनाई नही हो रही है। इसके अलावा वे अपने दो छोटे बच्चे कुमारी पूर्वी एवं 02 वर्षीय बालक जतिन पटेल के लिए भी आसानी से पौष्टिक खाद्य पदार्थों का प्रबंध कर पा रही हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा एक सच्चे अभिभावक की भाँति राज्य की असंख्य महिलाओं की वास्तविक पीड़ा एवं जरूरतों को समझते हुए राज्य में जो महतारी वंदन योजना लागू की गई है वह हर दृष्टि से सराहनीय एवं काबिले तारीफ है। डिलेश्वरी ने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा इस योजना को लागू कर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सक्षम बनाने का कार्य किया है। जिसके फलस्वरूप हम महिलाओं में आत्मनिर्भरता एवं आत्मविश्वास का संचार हुआ है। उन्होंने राज्य के महिलाओं की वास्तवित जरूरतों को समझते हुए छत्तीसगढ़ में इस अत्यंत महत्वाकंाक्षी योजना को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।