रायपुर। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा चोर्ड (CBSE) ने 11वीं और 12वीं क्लास के एग्जाम फॉर्मेट में बदलाव की घोषणा कर दी है। ये बदलाव आने वाले सत्र 2024-25 से लागू होंगे। सीबीएसई ने कहा है कि इन क्लासेस के एग्जाम फॉर्मेट के तहत, सीबीएसई लंबे-चोड़े उत्तरों के बजाय कॉन्सेप्ट एप्लीकेशन प्रश्नों पर फोकस करेगी। इसकी मुख्य वजह स्टूडेंट्स में यह पता लगाना है कि वो असल जिंदगी में इन कॉन्सेप्ट को कितना समड़ा पा रहा है। साथ ही कहा है कि 9वीं और 10वीं की कक्षाओं के परीक्षा प्रारूप में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने में काम आएगा बदलावः
सेंट्रल बोर्ड के सेकेंडरी एजुकेशन के डायेक्टर जोसेफ इमैनुअल ने बताया कि बोर्ड एक ऐसा शैक्षिक इकोसिस्टम बनाने पर फोकस कर रहा है, जिसका मकसद रटने के बजाय सीखने पर जोर दिया जाए। छात्रों की रचनात्मक सोच क्षमताओं को विकसित किया जा सके। ताकि वे 21वीं सदी की चुनौतियों से निपट सकें। उन्होंने आगे बात करते हुए बताया कि 9वीं-10वीं क्लास की परीक्षा पैटर्न में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा।
CBSE के अधिकारियों का दावा
नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत अब ऑब्जेक्टिव टाइप के साथ-साथ ही केस स्टडी पर आधारित सवाल पूछे जाएंगे। इस नए पैटर्न ठगे छात्रों की एनालिसिस क्षमता को जांचा जाएगा। CBSE के अधिकारियों की मानें तो बहु विकल्प प्रश्न (एमसीक्यू), मामले- आधारित प्रश्न, स्रोत-आधारित एकीकृत प्रश्न या कॉन्सेप्ट एप्लीकेशन प्रश्नों का प्रतिशत 40 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया है। जबकि शॉर्ट और लॉन्ग उत्तर सहित अन्य प्रश्नों का प्रतिशत 40 से घटाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया है। उम्मीद है कि इस कदम से स्टूडेंट्स के पढ़ाई करने के तरीके में एक बदलाव आएगा और वे रटकट याद करने से हटकर कॉन्सेप्ट की अधिक समझा की ओर बढ़ेंगे।
सीबीएसई 12वीं के रिजल्ट को लेकर अपडेट
सीबीएसई बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षाएं संपन्न हो गई हैं। अब सीबीएसई की कॉपियों का मूल्यांकन चल रहा है। रिजल्ट आने पर स्टूडेंट्स cbse.gov.in. पर जाकर रिजल्ट चेक कर सकेंगे। कहा जा रहा है कि दसवीं क्लास की कॉपी चेकिंग का काम तकरीबन पूरा हो चुका है।16 लाख स्टूडेंट्स 10वीं क्लास की परीक्षा में शामिल हुएथे। पांच विषय होने के कारण करीब 80 लाख कॉपियों की चेकिंग की जानी थी। स्टूडेंट्स उमंग एप और डिजीलॉकर से भी रिजल्ट चेक कर पाएंगे।