गुढ़ियारी। आदर्श नगर बस्ती में सोमवार को पागल कुत्ते ने कुछ ही घंटों के भीतर एक के बाद चार नन्हें बच्चों को बुरी तरह नोंच दिया। इस दौरान उसने करीब 2 दर्जन बच्चों और सड़क से गुजरने वाले लोगों को काटने की कोशिश की। बच्चों को काटने से गुस्साए लोगों ने कुत्ते को दौड़ा-दौड़ाकर मार डाला। इस घटना को लेकर मंगलवार को भी बड़ा बवाल मचा।
डॉग के संरक्षण को लेकर काम करने वाली संस्था के कुछ लोग आदर्श नगर पहुंच गए और कुत्ते को मारने वालों के बारे में जानकारी लेने लगे। उन्होंने लोगों से कहा वे एफआईआर दर्ज कराएंगे। इसकी भनक लगते ही पूरे इलाके के लोग वहां जमा हो गए। उनका संस्था वालों से जमकर विवाद हुआ। उसके बाद दोनों पक्ष थाने पहुंच गए और एक दूसरे पर केस दर्ज करने की मांग करने लगे। पुलिस अफसरों की समझाइश के बाद दोनों पक्ष थाने लौटे।
कुत्ते को क्यों मारा…कहकर पहुंच गए संगठन के लोग
मंगलवार को बस्ती में यह बात फैल गई कि बच्चों को काटने वाले कुत्ते को कुछ लोगों ने मार दिया। इसकी जानकारी मिलते ही एक संगठन से जुड़े करीब दर्जनभर पशु प्रेमी बस्ती में पहुंच गए। कुत्ते को जबरदस्ती मार डालने का आरोप लगाते हुए वे बस्ती वालों को कार्रवाई की धमकी देने लगे। इसे लेकर बस्ती वालों के साथ उनका विवाद हो गया। देर तक बस्ती में ही हंगामा होता रहा। फिर एनजीओ वाले गुढ़ियारी थाने पहुंच गए। बस्ती वाले भी उनके पीछे-पीछे थाने आ गए। एनजीओ के लोग एफआईआर करने की मांग करने लगे। लोगों ने भी कहा कि वे कुत्ते के मालिक हैं और इस आधार पर उनके खिलाफ भी एफआईआर करें।
अचानक ही हिंसक हुआ कुत्ता थोड़ी ही देर में फैली दहशत
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सोमवार को कुत्ता अचानक ही हिंसक हुआ। वह इलाके के जिस रास्ते से गुजर रहा था, सामने आने वाले हर किसी को काटने की कोशिश कर रहा था। इस दौरान कुत्ते ने एक गली में पांच साल के भरत निर्मलकर को काटा। बच्चे के परिजन उसे अस्पताल लेकर गए। अभी भरत को अस्पताल में ट्रीटमेंट चल रही रहा था कि कुत्ते उसी इलाके में 3 साल की भावना, दो साल की रुचिका निर्मलकर और मीठी हरपाल(2 साल)को बुरी तरह काट लिया। उसने किसी के हाथ, किसी की जांच और किसी बांह में काटा था। इस दौरान करीब दो दर्जन बच्चे और लोग कुत्ते के हमले से किसी तरह बचकर भागे थे।
एक के बाद एक कुत्ता जिस तरह बच्चों और लोगों पर हमला कर रहा था, उससे पूरे इलाके में दशहत फैल गई। लोगों ने देख लिया था कि कुत्ता पागल हो गया है। उनका मानना था कि ऐसे ही खुले छोड़ देने से वह कई लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। नगर निगम को लोग सूचना देने के बारे में चर्चा कर रहे थे इसी बीच कुछ बच्चों ने कुत्ते को भगाने के चक्कर में मार दिया।
लोगों को अपशब्द कहे, तब उनका गुस्सा फूटा : श्रीकुमार
घटना की जानकारी मिलने पर नगर निगम में मेयर इन काउंसिल के सदस्य श्रीकुमार मेनन भी थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि लोगों का कहना था कि कुत्ता बीमार जैसा लग रहा था और वह पागल भी हो गया था। दौड़ाकर भगाने के दौरान उसकी मौत हो गई। एनजीओ से जुड़े लोग बस्ती पहुंच गए और उन्होंने लोगों को धमकाना शुरू कर दिया। घायल हुए बच्चों को लेकर जब उन्होंने कुछ कहा तो लोग आक्रोशित हो गए और वे भी कार्रवाई के लिए थाने पहुंचे। हालांकि वहां दोनों पक्षों को समझाइश देकर लौटा दिया गया।