छत्तीसगढ़। दो होनहार क्रिकेटर यशी पांडेय और शिवि पांडेय ने स्टेट क्रिकेट संघ छोड़ दिया है। अब दोनों बहनें दूसरे राज्य से खेलकर अपने भविष्य की तलाश कर रही हैं। यही वजह है कि उन्होंने स्टेट क्रिकेट संघ से एनओसी ले लिया है।
हाल ही में हुए महिला प्रीमियर लीग (WPL) के लिए छत्तीसगढ़ की 30 क्रिकेटर्स में इन दोनों बहनों ने बेस प्राइज के लिए अपनी जगह बना ली थी। हालांकि, टीम में उनका सिलेक्शन नहीं हो सका। शिवि और यशी पांडेय सगी बहन हैं, जिन्होंने महिला क्रिकेट को ऊंचाई पर ले जाकर इतिहास रचा है। उनके पिता प्रेम पांडेय प्राचार्य के पद पर कार्यरत है, जिन्होंने अपनी दोनों बेटियों को क्रिकेट की ट्रेनिंग खुद दी। उन्होंने बताया कि बेहतर करियर के लिए उनकी बेटियों ने छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ से एनओसी लिया है।
वन डे में स्टेट टीम से पांच शतक लगा चुकी हैं शिवि पांडेय
27 खोली निवासी शिवि पांडेय (25) ने मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के तहत गर्ल्स अंडर 19 से डेब्यू किया है। वे 2014-15 और 2015-16 में एमपी को रिप्रजेंट कर चुकी हैं। 2016 से वे छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ की ओर से खेल रही थी। राइट हैंड से खेलने वाली शिवी पांच शतकों के साथ अब तक एक दिवसीय मैच में 2479 रन बना चुकी हैं।
ऑलराउंडर खिलाड़ी है यशी पांडेय
दरअसल, शिवि पांडेय और यशी पांडेय (23) सगी बहनें हैं। यशी भी 2014-15 और 2015-16 में मध्यप्रदेश और उसके बाद से छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ की तरफ से खेल रही थी यशी ऑलराउंडर खिलाड़ी है। वे अब तक एक दिवसीय मैच में 1509 रन बना चुकी हैं। वहीं टी-20 फार्मेट में 676 रन बना चुकी हैं। उन्होंने वनडे में उत्तर प्रदेश के खिलाफ अपना बेस्ट स्कोर 95 रन बनाया था।
संघ के सचिव बोले- प्रो- प्लेयर में जा सकते हैं क्रिकेटर
छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ के सचिव मुकुल तिवारी का कहना है कि प्रो- प्लेयर में अगर किसी खिलाड़ी को दूसरे स्टेट से खेलने का मौका मिलता है, तो वे जा सकते हैं। प्रो- प्लेयर का नियम है, जिसमें खिलाड़ी अपनी मर्जी से जाते हैं और फिर वापस स्टेट में आ जाते हैं। इससे खिलाड़ियों का बायोडाटा बेहतर होता है और करियर में उनका काम आता है। इसलिए, क्रिकेटर प्रो- प्लेयर के तौर पर दूसरे स्टेट खेलने के लिए जाते हैं।