बिलासपुर। एक कॉलेज छात्रा नौकरी पाने के चक्कर में 11 लाख 76 हजार रुपए की ठगी का शिकार हो गई। उसने ऑनलाइन जॉब सर्च करने के साथ ही अपने बायोडाटा को वेबसाइट पर अपलोड की थी, जिसे देखकर ठगों ने जाल बिछाया और उन्हें यूको बैंक और रिलायंस कंपनी में जॉब दिलाने का झांसा देकर अलग-अलग किश्तों में पैसे जमा करा लिए। ठगी के बाद युवती ने पुलिस से धोखाधड़ी की शिकायत की है। मामला सकरी थाना क्षेत्र का है।
उसलापुर के गोकुलधाम में रहने वाली श्वेता साहू (23) पीजी की छात्रा है और वह एमए की पढ़ाई कर रही है। उसने सकरी थाने में शिकायत कर बताया कि बीते 28 अप्रैल को उसके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने साइन डॉट कॉम का कर्मचारी बताया और उसके बायोडाटा को देखकर अच्छी जगह नौकरी दिलाने का झांसा दिया। नौकरी की बात सुनकर छात्रा ने इंट्रेस्ट दिखाया, तब उसके पास से अलग-अलग नम्बरों से कॉल आते रहे। इस दौरान उसे यूको बैंक अथवा रिलायंस कंपनी में जॉब की बात कही गई, जिसके लिए छात्रा तैयार हो गई।
रजिस्ट्रेशन फीस, बैंक डीडी और अलग-अलग बहाने से जमा कराए पैसे
जैसे ही कॉलेज छात्रा ठगों के झांसे में आई। इसके बाद उससे रजिस्ट्रेशन फीस से लेकर जॉइनिंग लेटर, एनओसी, बैंक डीडी, एकाउंट ओपनिंग सहित अलग-अलग बहाने से अलग-अलग बैंक अकाउंट में पैसे जमा कराए। करीब पांच लाख से अधिक रुपए जमा करने के बाद भी जॉब को लेकर कुछ नहीं हुआ, तब छात्रा ने पैसे रिफंड करने कहा। इस बार भी ठगों ने उन्हें झांसा दिया और बताया कि जॉब मिलने और जॉइनिंग होने के बाद उसके बैंक अकाउंट में पूरा पैसा रिफंड हो जाएगा। इस पर छात्रा ने उनकी बातों पर भरोसा कर लिया और किश्तों में 11 लाख 76 हजार रुपए जमा कर दी। बाद में ठगी का अहसास होने पर उसने अपने पैसे वापस मांगे। इसके बाद पैसे रिफंड करने के नाम पर ठगों ने उससे और पैसे मांगे, तब परेशान होकर छात्रा ने पुलिस से शिकायत की, जिस पर पुलिस ने धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का
वेबसाइट में ऑनलाइन रिज्यूम अपलोड करना पड़ा महंगा
छात्रा ने बताया कि वह बेरोजगार है और उसने जॉब सर्च करने के लिए अलग-अलग वेबसाइट पर अपना बायोडाटा अपलोड किया था, जिसके माध्यम से ठगों ने उससे संपर्क कर झांसा देकर फ्रॉड किया। नौकरी पाने की आस में छात्रा अपने रिटायर्ड पिता के पैसों को जमा कराती रही। छात्रा के पिता एसईसीएल से रिटायर्ड हुए हैं।
जहां मांगे जाएं पैसे, वहां हो जाएं सावधान
साइबर फ्रॉड से बचने पुलिस लगातार लोगों को सतर्क कर रही है। ठग गिरोह अलग-अलग बहाने से कॉल, मैसेज और लिंक भेजकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। इसी तरह ऑनलाइन पैसे कमाने व नौकरी दिलाने का झांसा देने वाले ठग भी सक्रिय है। ऐसे लोगों के चक्कर में ना पड़ें। किसी भी तरह से ऑनलाइन पैसे की डिमांड की जाए और पैसे वापस करने का दावा करें तो उनके झांसे में न आए।