रायपुर। दुनिया में हर किसी का परिवार होता है, जिसमें माता-पिता, पति-पत्नी, बच्चे और कई रिश्ते जुड़े होते हैं। हर शख्स के लिए परिवार अहम भूमिका निभाता है। परिवार की इसी भूमिका को सेलिब्रेट करने के लिए प्रत्येक वर्ष 15 मई को विश्व परिवार दिवस मनाया जाता है। भारत जैसे देश में रिश्ते-परिवार को बहुत ही सम्मान दिया जाता है। वहीं, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के भंसाली परिवार में कुछ खास बात है, जो कि संयुक्त परिवार के रूप में मिसाल कायम कर रहा है।
60 सदस्यों वाला यह परिवार छह मंजिला अपार्टमेंट “कल्पवृक्ष” में रहता है। यहां फ्लैट अलग-अलग हैं, लेकिन बाकी सब साथ हैं। यहां एक साथ चार पीढ़ियां रहती हैं और बुजुर्ग चार भाई के बेटाें के 14 भाइयों के परिवार में 35 बच्चे हैं। हर सप्ताह के आखिरी दिन यहां सुबह के नाश्ते से लेकर भोजन सभी साथ में करते हैं। इनके अपार्टमेंट में ही मिनी थिएटर, स्पोर्ट्स जोन, हाल और स्विमिंग पूल से लेकर स्पा सेंटर, सैलून और जिम है। जब भी कोई बड़े फैसले की बात आती है तो सभी भाई आपस में मिलकर बैठक करते हैं और उस समस्या का हल निकालते हैं। यह परिवार साल में तीन से चार बार बाहर घूमने जाता है और सब एक साथ बड़े बस में जाते हैं। यह प्रदेश में सबसे बड़े संयुक्त परिवार के रूप में माना जाता है। भंसाली परिवार प्रमुख रूप से ज्वेलरी, पेट्रोल पंप और कपड़े के कारोबार में लगा हुआ है। पूरा परिवार अपने इस कारोबार को संभालता है।
फैसलों में बुजुर्ग महिलाओं की ली जाती है राय
भंसाली कल्पवृक्ष में कमल भंसाली मुखिया हैं, वही सारे फैसले लेते हैं। श्री ऋषभ देव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अभय भंसाली ने बताया कि उनके दादाजी आसकरण भंसाली 80 साल पहले रायपुर आए थे। उनके चार बेटे अनुज भंसाली, मनोहर लाल, त्रिलोकचंद और गजराज थे। सभी भाइयों का खुद का कारोबार था। सभी छोटे-छोटे मकान में रहते थे। परिवार बढ़ता गया तो एक साथ एक छत के नीचे रहने के लिए छह मंजिला मकान बनाया गया। जहां एक बड़ा किचन है, जहां शनिवार और रविवार को सभी एक साथ भोजन करते हैं। साथ ही कमल भंसाली जैन आदिश्वर कन्या पाठशाला के अध्यक्ष है।
संयुक्त राष्ट्र की थीम परिवार और जनसांख्यिकी परिवर्तन
परिवार की उपयोगिता को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिन को विश्व स्तर पर मनाने का फैसला लिया था। 2023 के लिए संयुक्त राष्ट्र ने विश्व परिवार दिवस की थीम परिवार और जनसांख्यिकी परिवर्तन है। लोग अपने परिवार के साथ यह दिन यादगार तरीके से मनाते हैं। परिवार अलग-अलग विचार, पसंद के लोगों को एकजुट करता है। कुछ इसी प्रकार का उदाहरण पेश करता है शहर का भंसाली परिवार जिनमें 60 सदस्य हैं।