छत्तीसगढ़ की बेटी का नया गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ….

छत्तीसगढ़ की बेटी का नया गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ….

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की रहने वाली 15 वर्षीय चंद्रकला ने 9 अप्रैल की सुबह तालाब में लगातार 8 घंटे तैरकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है। वह रविवार सुबह सुबह 5 बजे तालाब में उतरी और लगातार तैरने के बाद दोपहर 1 बजे बाहर आई। इसके बाद उसे वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट दिया गया।

चंद्रकला पुरई गांव की रहने वाली है। चाचा उसके कोच हैं। भास्कर ने पहले ही चंद्रकला का इंटरव्यू किया था, जिसमें उसने बताया कि वो अपने गांव के ईश्वर नाम के लड़के का लगातार 6 घंटे तक तैरने का रिकॉर्ड तोड़ेगी। इस रिकॉर्ड को दर्ज करने के लिए टीम 8 अप्रैल की रात को ही गांव पहुंच गई थी। अगली सुबह टीम ने एक मोटर वोट में कैमरा लगाया। इसके बाद चंद्रकला ने लगातार 8 घण्टे स्विमिंग (swimming) कर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया।

चंद्रकला के जज्बे को देखने आए दूर-दूर से लोग
चंद्रकला लगातार 8 घंटे तक तालाब में तैरेगी ये खबर काफी पहले से ही लोगों को पता था। इसलिए इस बच्ची के जज्बे को देखने के लिए दुर्ग जिला ही नहीं आसपास के जिलों से भी लोग यहां पहुंचे थे। तालाब के चारों तरफ हजारों लोगों की भीड़ थी। मीडिया भी कैमरा जमाए बैठी थी कि चंद्रकला ये खिताब ले पाएगी की नहीं, लेकिन उसने जैसा कहा वैसा कर दिखाया।

गांव में अब तक 50 से ज्यादा मेडल
दुर्ग जिले के पुरई को खेल गांव के नाम से भी जाना जाता है। इस गांव के बच्चे तैराकी में अब तक 50 से ज्यादा मेडल जीत चुके हैं। बेहतर स्वीमिंग पूल न होने से गांव के सभी तैराक इसी तालाब में प्रैक्टिस करते हैं। चंद्रकला पहली ऐसी लड़की है, जिसने तालाब में लगातार आठ घंटे तैरकर ये रिकार्ड बनाया है।

सुबह पांच बजे से चंद्रकला लगातार तालाब में 8 घंटे तक ऐसे ही तैरती रही, गोल्डन बुक की टीम भी साथ-साथ मौजूद।

सीएम कर चुके हैं खेल एकेडमी शुरू करने की घोषणा
बीते 2 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भेंट मुलाकात कार्यक्रम इसी पुरई गांव में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में सीएम यहां के बच्चों की खेल भवना की काफी प्रशंसा की थी। उन्होंने इस गांव में एक खेल एकेडमी भी शुरू करने ऐलान किया। इसके बाद अब जल्द ही यहां के बच्चों को स्वीमिंग पूल के साथ ही अन्य सुविधाएं मिल पाएंगी।

गृहमंत्री भी पहुंचे बच्ची को देने
चंद्रकला को बधाई देने के लिए खुद गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू पुरई गांव पहुंचे। उन्होंने कहा कि ये काफी गौरव का क्षण है कि एक छोटे से गांव की बच्ची ने ये रिकॉर्ड बनाया है। मैं उसको बहुत बहुत बधाई देता हूं। मेरे विधानसभा क्षेत्र में ये गांव इसलिए है ये और भी गर्व का विषय है। यहां के बच्चे नेशनल तक खेले हैं। इसलिए मैंने मुख्यमंत्री से यहां एक एकेडमी देने का निवेदन किया था और मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा भी कर दी है।

सबसे कम उम्र के कोच को भी मिला अवॉर्ड, चंद्रकला ओझा के चाचा हैं ये कोच।

रिकॉर्ड बनाने के बाद चंद्रकला ने की स्वीमिंग पूल की मांग

वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के बाद चंद्रकला ने गृहमंत्री से गांव में स्वीमिंग पूल बनाने की मांग की। उसने कहा कि उसे काफी अच्छा लग रहा है। इसमें घर वालों का काफी सहयोग रहा। गृहमंत्री का भी हमें काफी सपोर्ट मिला है। गांव में स्वीमिंग पूल की बहुत आवश्यकता है। यदि ये हो जाएगा तो बच्चे तैराकी के क्षेत्र में और बेहतर कर पाएंगे।

सबसे कम उम्र का कोच बनने का भी बना रिकॉर्ड
8 घंटे तक तैर कर रिकार्ड बनाने के साथ ही साथ चंद्रकला के कोच ओम कुमार ओझा ने भी सबसे कम उम्र का कोच होने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने ओम ओझा को यह रिकॉर्ड दिया। इस तरह एक ही समय पर दो-दो रिकॉर्ड पुरई गांव में बने।

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