बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए प्रदेश के अन्य जिलों की तरह अविभाजित जांजगीर-चांपा जिले में 14 सरकारी स्कूल पीएमश्री (प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) में तब्दील किए जाएंगे, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ठ स्कूल की तर्ज पर पीएमश्री स्कूलों में बच्चों को स्मार्ट क्लास रूम, आधुनिक कंप्यूटर लैब, स्मार्ट खोज प्रयोगशाला के साथ विषयवार शिक्षकों से पढ़ाई की सुविधा मिलेगी। पीएमश्री स्कूल अन्य सरकारी स्कूलों के रोल मॉडल होंगे।
जिला व ब्लाक मुख्यालयों में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ठ स्कूल शुरू होने के बाद अभिभावकों का सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के प्रति रुझान बढ़ा है। अब इन्हीं स्कूलों की तर्ज पर ही पीएमश्री योजना में स्कूलों का कायाकल्प होगा। पीएमश्री योजना में बलौदा, बम्हनीडीह, नवागढ़, सक्ती में 2-2 और अकलतरा, जैजैपुर, मालखरौदा व पामगढ़ ब्लाक का एक स्कूल शामिल हुए हैं।योजना के तहत इन स्कूलों को केंद्र सरकार से फंड मिलेगा। इस राशि से स्कूलों के सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
योजना के अनुसार चयनित स्कूलों पीएम श्री योजना के तहत निर्धारित मापदंडों तब्दील कर मॉडल स्कूल बनाया जाएगा। इसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति की पूरी संभावना शामिल होगी। इसमें नवीनतम तकनीक, स्मार्ट क्लास, खेल और आधुनिक अवसंरचना पर विशेष जोर दिया जाएगा। केंद्र सरकार की योजना देश के सरकारी स्कूलों को आदर्श विद्यालयों के रूप में विकसित करने की है। इसके लिए यू डाइस पत्रक में जानकारी मांगी गई थी।

प्राइमरी को बारहवीं तक किया जाएगा अपडेट, बेहतर होगी शिक्षा
पीएमश्री योजना में शामिल होने वाल स्कूल केंद्रीय विद्यालय की तरह ही केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधीन होंगे। इन स्कूलों में प्री-प्राइमरी से बारहवीं तक की पढ़ाई होगी। स्कूलों को विकसित व अपग्रेड करने के लिए केंद्र से अनुदान मिलेगा। केंद्र सरकार 5 साल तक स्कूल चलाएगी। इसके बाद राज्य सरकारों को निर्धारित नियमों के अनुसार अपने बजट से स्कूलों का संचालन का करना होगा। हालांकि प्रारंभिक चरण में प्रत्येक ब्लाक के 1-1 प्राइमरी स्कूलों को चिह्नांकित किया जाएगा।
मापदंड में खरा नहीं उतरे दोनों जिले के हाई और हायर सेकंडरी स्कूल
जांजगीर-चांपा और सक्ती जिले के सभी ब्लाक में दो-दो सरकारी स्कूलों को पीएम श्री स्कूल बनाने की योजना थी। इनमें प्रत्येक विकासखंड के एक प्राइमरी और एक हायर सेकेंडरी स्कूल का चयन पीएम श्री स्कूल के लिए किया जाना था, मगर केंद्र सरकार ने इसके लिए जो निर्धारित मापदंड तय किए थे उस हिसाब से जिले के हायर सेकंडरी स्कूल अपात्र हो गए हैं। वहीं जो स्कूल केंद्र के मापदंड में खरे उतर रहे थे उन स्कूलों को राज्य सरकार ने स्वामी आत्मानंद स्कूल बना दिया है। चयनित स्कूल को अपने नाम के साथ पीएम श्री स्कूल का टैग दिया जाएगा।

लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, वोकेशन ट्रेनिंग की भी मिलेगी सुविधा
इसमें दूर-दराज, ग्रामीण, पिछड़े इलाकों के स्कूली छात्रों को भी महानगरों के बड़े निजी स्कूलों की तर्ज पर सुविधाएं मिलेंगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित अनिवार्य पाठ्यक्रम, लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, अच्छे ट्रेनिंग प्राप्त शिक्षक, लर्निंग आउटकम, वोकेशनल ट्रेनिंग, इंटर्नशिप की सुविधा मिलेगी।
लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, वोकेशन ट्रेनिंग की भी मिलेगी सुविधा
इसमें दूर-दराज, ग्रामीण, पिछड़े इलाकों के स्कूली छात्रों को भी महानगरों के बड़े निजी स्कूलों की तर्ज पर सुविधाएं मिलेंगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित अनिवार्य पाठ्यक्रम, लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, अच्छे ट्रेनिंग प्राप्त शिक्षक, लर्निंग आउटकम, वोकेशनल ट्रेनिंग, इंटर्नशिप की सुविधा मिलेगी।
नए सत्र से होगा संचालन
“पीएम स्कूल स्कूल फार राइजिंग इंडिया के लिए प्रत्येक ब्लाक में दो-दो स्कूलों खोले जाने थे, लेकिन प्रथम चरण में सभी ब्लाकों में केवल 2-2 स्कूल का प्रस्ताव भेजा गया। नए शैक्षणिक सत्र से सभी स्कूलों का संचालन किया जाएगा। इनमें 741 स्कूलों ने आवेदन किया था लेकिन 534 स्कूल ही फाइनल राउंड में पहुंचे हैं, इनमें से 14 स्कूल चिह्नांकित हुए है।”