दुर्ग एसपी, बीएसएफ के अधिकारियों और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को दिया गया नोटिस,पढ़िए क्या था उस नोटिस में लिखा।

दुर्ग एसपी, बीएसएफ के अधिकारियों और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को दिया गया नोटिस,पढ़िए क्या था उस नोटिस में लिखा।

भिलाई के सेक्टर 5 स्थित शहीद पार्क में शहीद दिवस पर रंगारंग आयोजन को सिख समुदाय अनुयायी सुखवंत सिंह ने शहीद भगत सिंह का अपमान बताया है। उनका आरोप है कि शहादत दिवस पर शहीद भगत सिंह को श्रद्धांजलि देने की जगह डीजे की धुन में नाच गाना करके खुशी मनाई गई। इससे उनकी धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है। इसे लेकर उन्होंने कांग्रेस विधायक, महापौर, दुर्ग एसपी व बीएसएफ के अधिकारियों सहित 300 लोगों को नोटिस भेजा है।

सुखवंत सिंह का कहना है कि उन्होंने इस मामले को लेकर कांग्रेस विधायक, भिलाई के महापौर नीरज पाल, आयोजक “आज की रात शहीदों के नाम”, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर और एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पाण्डेय सहित दुर्ग पुलिस अधीक्षक, बीएसएफ के बड़े अधिकारियों सहित 300 लोगों को नोटिस भेजा है।

सुखवंत का आरोप है कि 23 मार्च 2023 की शाम शहीद पार्क में शहीद दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में ध्वनि विस्तारक यंत्रों और तेज लाइटिंग का अरेजमेंट किया गया था। इसके बाद यहां पहुंचे लोगों के द्वारा डीजे की धुन में और गानों में नाच गाना किया गया। सुखवंत का कहना है कि शहादत दिवस हम सब के लिए शहादत का दिवस है। ऐसे मौके पर खुशी मनाना गलत है। इससे सिख समुदाय की धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है। उन्होंने इसे शहीद भगत की शहादत का अपमान बताया है। सुखवंत सिंह ने इसे लेकर सुपेला थाने को डाक के माध्यम से शिकायत भी भेजी है।

सुखवंत सिंह ने सुपेला थाने में स्पीड पोस्ट से भेजी लिखित शिकायत

न्यायालय से करेंगे कार्रवाई की मांग
सुखवंत सिंह ने आयोजन के दौरान गायक रैपरिया बालम व उसके गानों में नाचने वाले कांग्रेस नेता, बीएसएफ के अधिकारियों कर्मचारियों सहित, दुर्ग पुलिस के एसपी और जवानों सहित लगभग 300 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उसका आरोप है कि उन सभी शहीद भगत सिंह की शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि देने की जगह नाच गाना करके खुशी मनाई है। इसलिए वो उनके ऊपर आईपीसी की धारा 295, 298, 124 (क) के तहत कार्रवाई की मांग करेंगे।

एसपी ने कहा देश भक्ति के गानों में नाचना गलत नहीं
एसपी दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव का कहना है कि सीआईएसएफ के अधिकारियों और उनको शहीद दिवस के कार्यक्रम में बुलाया गया था। वहां देश भक्ति के गाने चल रहे थे। देश भक्ति के गानों में नाचना कहीं से भी गलत नहीं है। यदि इससे किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है तो वो कार्रवाई की मांग के लिए स्वतंत्र है, लेकिन हमारी या वहां मौजूद किसी की भी मंशा किसी की भावना को ठेस पहुंचाने की नहीं थी।

कांग्रेस अध्यक्ष ने जानकारी होने से किया मना
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर का कहना है कि उन्हें किसी ने कोई नोटिस भेजा, इसकी जानकारी नहीं है। मामला क्या है और किस तरह के आरोप लगे हैं वो नोटिस मिलने के बाद ही बता पाएंगे।

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