छत्तीसगढ़ के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीता है। ये सम्मान उन्हें पंथी नृत्य प्रतियोगिता में पहले नंबर पर जीत हासिल करने के बाद मिला। इसके अलावा कार्यक्रम में कई अलग-अलग तरह की प्रतियोगिताएं हुईं। इस उपलब्धि के बाद यूनिवर्सिटी के कुलपति ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने अखिल भारतीय अंतर कृषि विश्वविद्यालय युवा महोत्सव का आयोजन करवाया। इस 21वें एग्री यूनिफेस्ट का आयोजन कृषि विज्ञान यूनिवर्सिटी बेंगलुरू में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने लोक नृत्य प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय पारंपरिक पंथी नृत्य किया। जिसमें लोकनृत्य कैटेगरी में उन्हें पहला स्थान मिला। पंथी नृत्य की पूरी टीम को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ से इस आयोजन में 31 विद्यार्थियों का ग्रुप शामिल हुआ।
इस आयोजन में अन्य कई कैटेगरी में अलग-अलग करीब 20 प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं। इस सांस्कृतिक महोत्सव में नृत्य, गायन, कला, साहित्य और नाट्य विधा जैसे कई कार्यक्रम हुए। नाटक विधा के अंतर्गत भी यूनिवर्सिटी को चौथा स्थान प्राप्त हुआ। पोस्टर मेकिंग में भी यूनिवर्सिटी की छात्रा ने भी बेहतर प्रदर्शन किया।
इस सफलता को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने सभी छात्र-छात्राओं को बधाई दी और सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इसी तरह भविष्य में भी मेहनत कर और भी उपलब्धि हासिल करनी है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के आयोजन में इस साल देश भर के 65 कृषि विश्वविद्यालयों की टीमें शामिल हुईं।
बता दें कि केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 15 मार्च को बेंगलुरू में 5 दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम “एग्रीयूनिफेस्ट” का उद्घाटन किया था। यह भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR)के सहयोग से बैंगलोर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किया गया। 60 राज्यों के कृषि विश्वविद्यालयों/डीम्ड विश्वविद्यालयों/केंद्रीय विश्वविद्यालयों के 2500 से अधिक प्रतिभाशाली छात्रों ने इसमें भाग लिया।
छात्रों ने 5 विषयों (संगीत, नृत्य, साहित्य, रंगमंच, ललित कला) के तहत 18 कार्यक्रमों में अपने कौशल का प्रदर्शन किया। विभिन्न भारतीय संस्कृतियों को जोड़कर भारतीय कृषि को एकीकृत करने के उद्देश्य से 1999-2000 के दौरान आईसीएआर द्वारा अखिल भारतीय अंतर कृषि विश्वविद्यालय युवा महोत्सव की अवधारणा और शुरुआत की गई थी।