विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही जारी है। पूर्व सीएम रमन सिंह ने चावल के स्टॉक में 600 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप लगाया। इस मसले पर पक्ष-विपक्ष में जमकर बहस होती रही है। 10 मिनट के भीतर दो बार सदन की कार्यवाही रोकनी पड़ी।
इससे पहले कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ल ने अपनी ही सरकार को घेरा। उन्होंने गरियाबंद और देवभोग में चना सप्लाई में गड़बड़ी का आरोप लगाया। वो अंग्रेजी में बात कर रहे थे। इस दौरान चरणदास महंत के तीखे तेवर देखने को मिले। विधानसभा अध्यक्ष ने कह दिया कि अंग्रेजी में बात न करें। सदन में इंग्लिश में बात करने को लेकर मजाकिया माहौल भी बना। महंत ने साफ कह दिया कि यहां बहुत से लोग अंग्रेजी नहीं समझते ये आपकी व्यक्तिगत चर्चा नहीं है।
- रमन सिंह बोले- चावल स्टॉक में गड़बड़ी हुई। पूर्ववर्ती सरकार के बने नियम का का पालन होता तो ब्लंडर नहीं होता। 450 दुकानदार जिसके पास 100 क्विंटल रखने का स्टॉक नहीं। 600 करोड़ का घोटाला साबित होता है।
- इसके बाद सदन में भाजपा कांग्रेस के विधायकों के बीच काफी हंगामा हुआ। 10 मिनट के भीतर दो बार सदन की कार्यवाही रोकनी पड़ी।
- अमरजीत भगत बोले- भारत सरकार सेल्फ डिक्लिएरेशन को नहीं मानती दुकानों का कंप्यूटिरीकरण हो गया है। 13 हजार 473 दुकानों में डिजिटल निगरानी है। आज 96 प्रतिशत लोगों का बायोमेट्रिक प्रमाण के साथ वितरण किया जा रहा है।
- अमरजीत भगत- बचत स्टॉक का स्त्यापन किया गया है सभी जिलों में 41 हजार टन की कमी पाई गई है। वितरण डाटा न होने अन्य कारणों का परीक्षण कराया जा रहा है। 13 मामलों में FIR कराई, 19 मामलों में चावल की वसूली की गई हे। दुकानों काे निलंबित किया गया है।
- चना सप्लाई पर विधायक अमितेश शुक्ल ने अपने ही सरकार को घेरा। अंग्रेजी में सवाल जवाब करने लगे तो स्पीकर महंत ने उन्हें हिंदी में चर्चा करने के लिए कहा। उन्होंने बोला कि ये आपका व्यक्तिगत चर्चा नहीं है। प्रदेश का मामला है।
बुधवार को भी दिखे थे महंत के सख्त तेवर
रोजगार के आंकड़ों और सर्वे की संस्था की मान्यता को लेकर सदन में बवाल हुआ। अजय चंद्राकर का सवाल – जब संस्था को मान्यता नहीं है तो उस संस्था के आंकड़ों पर विज्ञापन क्यों दिया गया? CMII को 2 करोड़ का विज्ञापन देने का आरोप अजय चंद्राकर ने लगाया। इस पर रोजगार के मसले को विधानसभा अध्यक्ष ने गंभीर बताया। सत्तापक्ष द्वारा टोका-टाकी पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा जो सवाल मुझे गंभीर लगेगा उसे मैं जितने समय तक चाहूं चर्चा कराऊंगा।