छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक बार फिर से कांग्रेसियों ने ED दफ्तर का घेराव किया। इस बार डीजे लेकर कांग्रेसी प्रदर्शन करने पहुंचे थे। महापौर एजाज ढेबर, निगम के सभापति प्रमोद दुबे के नेतृत्व में कार्यकर्ता दफ्तर घेरने आए थे। सब ने कांग्रेस नेताओंं पर ED की कार्रवाई का विरोध किया।
बुधवार दोपहर को कांग्रेसी अचानक से दफ्तर के पास पहुंच गए। इसके बाद यहां नारेबाजी करने लगे। कांग्रेसियों का कहना है कि हमारे नेताओं को टारगेट किया जा रहा है। जबरदस्ती परेशान करने की कोशिश की जा रही है। जबकि अडानी के खिलाफ ईडी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ताएं भी पहुंची हुई थीं। महिलाओं ने विरोध करने गेट के बाहर अपनी चूड़ियां लहराई है और कहा है कि कि ईडी के अफसरों को चूड़ी पहन लेनी चाहिए। ये कहते हुए महिला कार्यकर्ता जमकर नारेबाजी करती रहीं। डीजे में देशभक्ति और आरंभ है प्रचंड जैसे गाने बजाए जा रहे थे। इन्हीं गानों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं भी नारेबाजी कर रहे थे।
मरकाम बोले-अधिवेशन को विफल करने ईडी ने कार्रवाई की
प्रदर्शन के पहले कांग्रेसियों ने राजीव भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। इसमें कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। साथ ही ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा है कि भाजपा आज निम्न स्तर की राजनीति करने लगी है। सोनिया गांधी को लेकर भाजपा के नेता वीडियो वायरल कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अपने अध्यक्ष जेपी नड्डा का वीडियो देखना चाहिए। जेपी नड्डा का हाल भाजपा में क्या किसी से छिपा नहीं। उन्होंने कहा, अधिवेशन को विफल करने ईडी को भेजा गया। ईडी के छापे पड़े, लेकिन हम नहीं डरे। हमारा अधिवेशन ऐतिहासिक रहा।
रमन सिंह पर कार्रवाई क्यों नहीं
वहीं एजाज ढेबर ने कहा है कि सूर्यकांत तिवारी जैसे बिजनेसमैन को ये लोग परेशान कर रहे हैं। सूर्यकांत तिवारी अभी 2019 से बिजनेस नहीं कर रहा है, वह पिछले 10 साल से भाजपा के कार्यकाल से 2010 से बिजनेस कर रहा है। गिरफ्तारी अगर किए हैं तो कार्रवाई को आगे बढ़ाएं। केवल अधिवेशन को खराब करने के लिए छापेमारी और गिरफ्तारियां की गई थीं।
उन्होंने कहा- 2008 में जब रमन सिंह ने चुनाव में पर्चा भरा तो जितनी उनकी संपत्ति थी। उसके ठीक 10 गुना संपत्ति आज हो गई है, जबकि रमन सिंह के नाम से किसी प्रकार का कोई बिजनेस भी नहीं है, फिर ऐसा कौन सा काम है जिसमें उनका पैसा 10 गुना बढ़ गया। ईडी उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
ढेबर ने कहा- अडानी के खिलाफ भी ईडी कार्रवाई नहीं कर रही है। अडानी की कंपनी में हवाला के पैसों जैसी भी बातें सामने आई है, लेकिन अदानी को ईडी ने ना तो कोई समन दिया, ना किसी प्रकार की कोई उन पर कार्रवाई की गयी, न उन्हें कोई चिट्ठी लिखी गई है। इस प्रकार अमन सिंह और उनके आका रमन सिंह के संबंध में ढेरों जानकारी बाहर आई हैं। फिर भी कोई एक्शन नहीं लिया गया है।