मां के लिए बेटे का मोह सबसे ज्यादा होता है। बेटा चाहे कितनी ही गलती करे, मां हमेशा माफ कर देती है। लेकिन जब वही बेटा मां की जान ले ले तो…। टीकमगढ़ में ऐसा ही एक मामला सामने आया। यहां नाबालिग बेटे ने अपनी मां के सीने में गोली मारकर हत्या कर दी। बेटे को लगता था कि मां उसे प्यार नहीं करती। घटना देहात थाना क्षेत्र के भगत नगर कॉलोनी की है। मर्डर के बाद आरोपी बेटे ने खुद ही डायल 100 को सूचना दी।
एडिशनल एसपी सीताराम ने बताया कि मंगलवार दोपहर 12:30 बजे 17 साल के लड़के ने अपनी मां (42) को पिता की लाइसेंसी बंदूक से गोली मारी। उसने 12 बोर की बंदूक में दो कारतूस भरे थे। दूसरा कारतूस कमरे में ही पड़ा मिला। जब पुलिस वहां पहुंची तो आरोपी बेटा कुर्सी पर बैठा मिला। उसके चेहरे पर मां की हत्या को लेकर कोई अफसोस नहीं दिखा। आरोपी बेटे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
पिता बैंक में सुरक्षा गार्ड
देहात थाना प्रभारी प्रीति भार्गव ने बताया कि नाबालिग के पिता इलाहाबाद बैंक में सुरक्षा गार्ड हैं। उसने पिता की लाइसेंसी बंदूक उठाई और एक फायर किया, गोली सीधे मां के सीने में जाकर लगी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी के पिता से भी पूछताछ की जा रही है।
आरोपी बेटे ने खुद ही पुलिस को फोन कर हत्या की सूचना दी। पुलिस जब वहां पहुंची तो वह घर में कुर्सी पर बैठा मिला।
बेटा बोला- मां आए दिन मारती थी
एडिशनल एसपी सीताराम ने बताया कि पूछताछ में बेटे ने बताया है कि मां प्यार नहीं करती थी। वह आए दिन मारपीट करती थी, जिससे परेशान होकर उसने हत्या कर दी। नाबालिग का एक बड़ा भाई भी है, जो इंदौर में पढ़ाई करता है।
पिता ने की है तीन शादियां
बताया जा रहा है कि आरोपी के पिता ने तीन शादी की थी। पहले दो शादियों से संतान नहीं होने के कारण उसने तीसरी शादी की। यह लड़का तीसरी पत्नी का ही है।
देहात थाना पुलिस ने आरोपी बेटे को पूछताछ के लिए देहात थाने ले गई है।
पिता बोले- मां-बेटे के बीच कोई विवाद नहीं था
आरोपी के पिता ने बताया कि वह मंगलवार सुबह 10 बजे अपने गांव हीरानगर गए थे। जाने से पहले घर में पत्नी और बेटे को सामान्य हालत में छोड़कर गया था। दोपहर में पुलिस ने सूचना दी तब मैं घर पहुंचा। बेटा ऐसी घटना को अंजाम देगा इसका अंदाजा नहीं था। इससे पहले मां-बेटे के बीच विवाद की कोई बात सामने नहीं आई थी।
पड़ोसी बोले- आरोपी को नशे की लत थी
पड़ोसियों ने बताया कि नाबालिग बेटे की संगत ठीक नहीं थी। उसे नशे की लत लग गई थी। बेटे की इसी आदत से उसकी मां परेशान थी। वह उसे समझाती थी, लेकिन वह मानता नहीं था। फिर उसने बेटे को सुधारने के लिए पिटाई का सहारा लिया। इसी बात से नाराज होकर उसने यह कदम उठा लिया।