पढ़ई तुंहर दुआर‘ में अब वर्चुअल क्लासरूम जिला शिक्षा अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर सभी शालाओं से वर्चुअल क्लासरूम संचालन शुरू करने के निर्देश

रायपुर, 08 जून 2020/ छत्तीसगढ़ सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ‘पढ़ई तुंहर दुआर‘ योजना के अंतर्गत सभी शालाओं को वर्चुअल क्लासरूम में बदल दिया गया है। कई शिक्षक जिलों में ऑनलाईन कक्षाएं भी लेने लगे है। स्कूल खुलने में देरी होने की स्थिति में इस वेबसाईट के माध्यम से आभासी कक्षाएं या वर्चुअल क्लासरूम संचालित किया जाना होगा। वर्चुअल क्लासरूम में शिक्षक अपने घर से और विद्यार्थी अपने-अपने घर से कक्षाओं में इस प्रकार से सहभागिता करेंगे, जैसा कि वे अपने नियमित स्कूल में करते है। सभी शालाएं अपने स्कूल के सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों को अपने स्कूल के वर्चुअल ग्रुप में जोड़ रहे है। ऐसा करने के साथ-साथ अब वर्चुअल क्लासरूम भी प्रारंभ कर देना चाहिए। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिला, विकासखंड और संकुल स्तरीय नोडल अधिकारियों को नियमित रूप से सभी शालाओं में वर्चुअल क्लास प्रारंभ किए जाने की जिम्मेदारी देते हुए नियमित रूप से इन कक्षाओं का संचालन शीघ्र प्रारंभ करवाएं। 

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को जिले के सभी शालाओं में वर्चुअल क्लासरूम को प्रारंभ कर पंजीकृत सभी विद्यार्थियों को इसका लाभ दिलाने के निर्देश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारियों से कहा गया है कि आगामी एक सप्ताह के भीतर जिले के सभी शालाओं से वर्चुअल क्लास रूम के संचालन को अवश्य सुनिश्चित करें।  जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वर्चुअल क्लासरूम प्रारंभ करते समय यह ध्यान देना होगा कि सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों का एक ग्रुप बनाकर उसमें स्कूल की सूचनाएं देने के लिए व्यवस्था कर लेनी चाहिए। शिक्षकों और विद्यार्थियों से चर्चा कर वर्चुअल क्लास के लिए समय-सारिणी बनाकर उसे नियमित रूप से एडवांस में सभी के साथ ग्रुप में साझा कर उसे देखने के लिए विद्यार्थियों को अवगत कराए। विद्यार्थियों के डाटा के उपयोग के प्रति संवेदनशील होने के लिए समय का बेहतर नियोजन करें। ऑनलाईन पाठ की सूचना पहले से देते हुए उसका पूर्व अध्ययन के साथ-साथ सभी संबंधित शैक्षणिक सामग्रियों को वेबसाईट से देखने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित करें। वर्चुअल कक्षा में शामिल होने से पूर्व संबंधित प्रकरण का अध्ययन कर उत्पन्न हुई शंकाओं के समाधान के लिए विद्यार्थियों को पोस्ट करने के लिए कहे। विद्यार्थियों द्वारा पोस्ट शंकाओं के आधार पर अपने ऑनलाईन पाठ को डिजाईन करें और कम से कम समय अपनी बात रखते हुए विद्यार्थियों के लिए कुछ असाइंमेंट भी पोस्ट करें। निर्धारित समय पर यथाशीघ्र विद्यार्थियों की शंकाओं के समाधान और असाइंमेंट की जांच कर उन्हें वापस फीडबैक देना सुनिश्चित करें। सभी शिक्षकों को पूर्व निर्धारित समय अनुसार अपनी कक्षा लेने और सभी संबंधित कार्य करने के लिए प्रेरित करें। विद्यार्थियों को भी सभी कक्षाओं में उपस्थित होने के लिए प्रोत्साहित करें। सभी कक्षाओं को स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तैयार वेबसाईट के माध्यम से प्रसारित करें। ताकि उसका ब्यौरा विभागीय वेबसाईट में शामिल हो सके। वर्चुअल क्लास के संचालन के लिए तैयार किए गए विभिन्न वीडियो का अवलोकन कर उसे समझ ले। जिला शिक्षा अधिकारियों से यह भी कहा गया है कि वर्तमान में संचालित कक्षाओं में इस बात का ध्यान रखा जाए कि मुख्य उद्देश्य इस बार जनरल प्रमोशन प्राप्त बच्चों को उसी कक्षा के ऐसे मुख्य बिन्दु जो अगली कक्षा में विद्यार्थियों को जानना आवश्यक है, उन प्रकरणों पर पर्याप्त अभ्यास करवाएं। 

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