जिला अस्पताल कवर्धा में निःशुल्क डायलिसिस सुविधा उपलब्ध होने से किडनी मरीजों के लिए ईलाज कराना आसान हुआ है। सुदूर वनांचल क्षेत्र और जिले के नागरिकों को डायलिसिस के लिए बाहर नहीं जाना पड़ रहा है, अब आसपास जिले के मरीज भी डायलिसिस के लिए जिला अस्पताल कवर्धा पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप जिले में स्थापित डायलिसिस सेंटर किडनी बिमारी से ग्रस्त मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है। जिला अस्पताल में डायलिसिस के मरीजों को निःशुल्क सुविधा प्रदान की जा रही है। जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिली है। जिले में निःशुल्क डायलिसिस यूनिट प्रारंभ होने से निजी अस्पताल में डायलिसिस कराना नहीं पड़ रहा है और आर्थिक बोझ कम हुआ है।
कैबिनेट मंत्री व कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर के विशेष प्रयासों से कबीरधाम जिला में लगभग तीन महीने पहले जिला अस्पताल में निःशुल्क डायलिसिस सुविधा प्रारंभ की गई है। डायलिसिस प्रारंभ होने के बाद अब तक लगभग 368 मरीजों को लाभनिं्वत किया गया। इसमें 24 नए मरीज और 344 पुराने मरीज शामिल है। डायलिसिस सेंटर में 4 बिस्तर डायलिसिस की सुविधा प्रारंभ की गई है, जो निरंतर मरीजों के लिए उपलब्ध है। मरीज निःशुल्क डायलिसिस सुविधा का लाभ ले रहे है। जिला चिकित्सालय में डायलिसिस यूनिट प्रारंभ होने के पहले मरीजों को रायपुर, राजनांदगांव और बिलासपुर के अस्पताल सहित निजी अस्पतालों पर निर्भर होना पड़ता था। जिसके कारण आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ता था। ईलाज के लिए बाहर जाने में अधिक समय लगता था, अब जिला अस्पताल में डायलिसिस यूनिट प्रारंभ होने से ईलाज के लिए अन्य जिला जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम निरंतर अपनी सेवाएं प्रदान कर रही है और स्वास्थ्य सुविधा के विस्तार की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।
वनांचल ग्राम सेमरह निवासी बिंदा धुर्वे ने बताया कि एक बार डायलिसिस करावने का खर्च 5 से 6 हजार लगता है। मुझे दो बार डायलिसिस कराने की जरूरत होती थी लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण सिर्फ एक बार ही डायलिसिस करवा पाती थी। अब जिला अस्पताल में निशुल्क डायलिसिस होने से दो बार डायलिसिस करवा रहीं हूं। जिससे स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। जिला अस्पताल में डायलिसिस कराने आएं विकासखंड पंडरिया के सुदूर वानांचल ग्राम सेमरह के निवासी धीरेश कुमार धुर्वे ने बताया कि डायलिसिस के लिए पहले 180 किलोमीटर से अधिक दूर रायपुर जाना पड़ता था। जिसके कारण आने जाने में परेशानी होती थी और अधिक खर्च भी वहन करना पड़ता था। कवर्धा जिला अस्पताल में निःशुल्क डायलिसिस प्रारंभ होने से बड़ी राहत मिली है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में निःशुल्क डायलिसिस होने से समय और धन दोनो की बचत हुई है। धु्रर्वे ने बताया कि डायलिसिस में लगने वाला पूरा पैसे की बचत हो रही है और पहले से बहुत बेहतर लग रहा है। ग्राम पोड़ी निवासी लक्ष्मण गोस्वामी ने बताया कि पहले कवर्धा के निजी अस्पताल में डायलिसिस करवाना पड़ता था। एक बार डायलिसिस कराने में 5 से 6 हजार रुपए खर्च आता था, जिसके कारण आर्थिक बोझ बढ़ गया था। अब जिला अस्पताल में डायलिसिस कराने से पूरे पैसे की बचत हो रही है और बेहतर सुविधा मिल रहा है। अस्पताल में किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है। श्रीमती बिंदा धुर्वे, धीरेश कुमार और लक्ष्मण गोस्वामी ने जिला अस्पताल में निःशुल्क डायलिसिस सुविधा के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वन मंत्री मोहम्मद अकबर का धन्यवाद ज्ञापित किया।