रायपुर । पूर्व सीएम रमन सिंह के बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है. सीएम बघेल ने कहा, रमन सिंह और उनके बेटे की संपत्ति 1500 गुना कैसे बढ़ गई. उत्तराखंड के गढ़मुक्तेश्वर में जो रिसार्ट है वो किसका है. आगे उन्होंने कहा, रमन सिंह को दौरा करने से रोक दिया गया है. वह केवल सोशल मीडिया में सक्रिय रहते हैं. रोज कुछ ना कुछ इस प्रकार के बयान दे देते हैं. नान घोटाले में सीएम चिंतामणि हैं तो सीएम मैडम कौन हैं. यदि चिंतामणि है तो रमन सिंह यह बताएं उसको आरोपी क्यों नहीं बनाया गया. उसके नाम से न्यायालय में जो दस्तावेज प्रस्तुत किया गया, उसमें उसका उल्लेख क्यों नहीं है.
भूपेश बघेल ने कहा कि चिटफंड कंपनी में घोटाले हुए लगातार रमन सिंह उसके बेटे, पत्नी कार्यालय का उद्घाटन करते रहे. संवैधानिक पद में बैठे रहे लोग भी रोजगार मेला लगाकर एजेंट को सर्टिफिकेट बांटते रहे. जो कार्यालय बंद हो गए थे उसको फिर से शुरू क्यों करवाया गया. छत्तीसगढ़ की जनता को भाजपा लूटना चाहती है.
सीएम बघेल ने ये भी कहा कि, रमन सिंह और भारतीय जनता पार्टी से पूछना चाहूंगा कि संजय राउत के मामले में जो बात देवेंद्र फडणवीस ने कही थी. वही ईडी ने उस पर केस लगाया और यहां भी आप देखेंगे कि रमन सिंह का बयान पहले आता है और ईडी की प्रेस विज्ञप्ति बाद में आती है. आखिर भारतीय जनता पार्टी और ईडी का कनेक्शन क्या है यह प्रवक्ता की तरह कैसे बात करते हैं.
चुनाव के ठीक पहले विधानसभा सत्र बुलाने के आरोप पर सीएम ने कहा कि उससे क्या फर्क पड़ता है भानूप्रतापपुर उपचुनाव से इसका कोई लेना-देना नहीं है. आदिवासी हितों पर कुठाराघात भाजपा करते रही है. 20 प्रतिशत से 32 प्रतिशत कब की है. सरकार बने 8 साल होने के बाद भी ठीक से तथ्य नहीं रखे. ननकीराम कंवर रिपोर्ट को भी कोर्ट में प्रस्तुत नहीं किया. जितनी जनसंख्या है सविधान में जिनको अधिकार मिला है वह मिलता रहेगा. हम कभी उसके पीछे नहीं हटे हैं. उन्हीं कर्मों का पाप है सुधारने में लगे हैं. हमें पूरा विश्वास है वहां की मतदाता सरकार के कार्यों पर विश्वास करेगी हम जीत दर्ज करेंगे.
बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है कि जो भी राजनीतिक दल दवाब बनाते हैं उसके खिलाफ कार्रवाई करिए। इसलिए मैंने ED को पत्र लिखा कि प्रधानमंत्री जी कह रहे हैं तो आप निडर होकर इस (नान और चिटफंड घोटाले) प्रकरण की जांच करिए।