रायपुर । छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी नहीं हो पाएगी यह कहना है छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव का । टीएस सिंह देव ने यह बातें आज अपने रायपुर आवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही ।
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा लगातार प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग की जा रही है, जिसे लेकर आज स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने बड़ा बयान दिया है। सिंहदेव ने कहा कि जिन्होंने खुद सरकारी दुकानों से शराब बेचने की नीति बनाई, आज वही शराबबंदी की बात कर रहे हैं। तत्कालीन भाजपा सरकार के द्वारा शराब के लिए जो कमेटी का गठन किया गया था उस कमेटी के द्वारा और शराब दुकान ने खोले जाने की अनुशंसा की गई थी। जो लोग खुद उस नीति को बना रहे थे उन्हें प्रश्न नहीं करना चाहिए । पूर्व में महिलाओं के समूह के द्वारा शराबबंदी की मांग की गई यदि वे लोग मांग उठाती है तो अलग बात है।
इस दौरान टीएस सिंह देव ने कहा कि प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी करना कठिन है । उसकी कई वजह है, लेकिन यह जरूर है कि घोषणापत्र में शराबबंदी की बात कही गई थी, जिसकी कई लोगों के द्वारा सराहना भी की गई, लेकिन कुछ ऐसे लोग भी थे जो इस शराबबंदी के विरोध में थे, उन्होंने यह तक कहा था कि यदि आप घोषणा पत्र में शराबबंदी लाओगे तो हमारा वोट आपको नहीं मिलेगा, उस दौरान एसी भी परिस्थिति निर्मित हुई थी।बावजूद इसके उस दौरान सारे माहौल उपस्थिति को देखते हुए शराबबंदी का निर्णय लिया गया ।
सिंहदेव ने कहा कि पहले शराबबंदी उन 61 विकास खंडों में करेंगे,ट्राइबल क्षेत्र में शराब बंदी नही होगी। मुझे लगता है कि शराब बंदी लागू करना बहुत कठिन होगा । गुजरात में देखे नाम के लिए शराब बंदी है दो नंबर की शराब धड़ल्ले से बिक रही है, लोगों की मृत्यु हो रही है। बिहार में नाम के लिए शराब बंदी है । बीच-बीच में मीडिया में आता है कितने लोग मर गए, इसलिए मुझे लगता है कि आने वाले समय में प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी करना कठिन है