रायपुर : छत्तीसगढ़ में नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना, गोधन न्याय योजना, और रोका-छेका अभियान लागू कर पारंपरिक संसाधनों को पुनर्जीवित कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा रहा है. गौठानों को ग्रामीण आजीविका केंद्र के रूप में विकसित किया गया है. इसी कड़ी में हरेली के दिन (Hareli Tihar 2022 )से गौठानों में 4 रुपए प्रति लीटर की दर से गो-मूत्र की खरीदी योजना की शुरुआत की गई (cow urine purchase scheme in Chhattisgarh started at Hareli Tihar 2022) है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश की अपनी तरह की पहली और अनूठी गौमूत्र खरीदी योजना की शुरुआत की. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश के पहले गौमूत्र विक्रेता बने. निधि स्व सहायता समूह, चंदखुरी को सीएम भूपेश बघेल ने गौमूत्र विक्रय किया है. इस दौरान सीएम भूपेश को 5 लीटर गौमूत्र बेचने पर 20 रुपए की आमदनी हुई. इसके बाद विक्रय रजिस्टर पर मुख्यमंत्री ने हस्ताक्षर किए. इस योजना की मदद से प्रदेश में जैविक खेती और आर्थिक सशक्तिकरण के नए अध्याय की शुरूआत हु