प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज एक्शन में दिखे, वो भी फैसला ऑन द स्पॉट की तर्ज पर। मौका था पखांजुर में भेंट मुलाकात का। हुआ यूं कि पखांजुर में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बघेल आम-जनों से सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी जानकारी ले रहे थे। कार्यक्रम में आये युवा सोमेन मंडल को बोलने का मौका मिला और युवक ने मुख्यमंत्री से अपने शहर की समस्यायें बताई। सोमेन ने बताया कि 15 साल पहले पखांजुर के एक मात्र स्टेडियम का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम से बदलकर पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर कर दिया गया है। युवक ने बताया कि पखांजुर की बांग्ला बाहुल्य जनता इस स्टेडियम का नाम फिर से नेताजी के नाम पर कराना चाहती है। उपस्थित लोगों ने भी जैम कर ताली बजा कर युवक की बात का समर्थन किया।
मुख्यमंत्री बघेल ने जन अपेक्षाओं का सम्मान करते हुए तत्काल ही स्टेडियम का नाम फिर से नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर करने की घोषणा कर दी।
युवक सोमेन मंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि क्षेत्र में परलकोट जलाशय पर खेरकट्टा बांध बना है,पर बांध की स्थिति ठीक नही है। बांध की मरम्मत और जीर्णोद्धार की जरूरत है। बांध के जीर्णोद्धार से क्षेत्र के कई गॉंवों में पानी और सिंचाई की सुविधा मिल जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल ने इस बार भी तत्काल निर्णय लिया और परलकोट जलाशय के गहरीकरण तथा खेरकट्टा बांध के जीर्णोद्धार को मंजूरी दे दी । बघेल ने इसके साथ ही पखांजुर में एग्रीकल्चर कालेज खोलने, चार किलोमीटर गौरव पथ बनाने और सभी पात्र लोगो के राशन कार्ड बनाने विशेष शिविर लगाने की भी घोषणा कर दी।