राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 मई को उज्जैन में भगवान श्री महाकालेश्वर का दर्शन और पूजन-अर्चन करेंगे। महाकालेश्वर मंदिर परिसर का विकास कार्य भी तेज गति से जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशों के अनुरूप धार्मिक, सांस्कृतिक महत्व के इस मंदिर परिसर का विस्तार मई माह के अन्तिम सप्ताह तक पूरा किया जा रहा है।
राज्य शासन की भगवान महाकालेश्वर मन्दिर परिसर विस्तार योजना तेज गति से आकार ले रही है। मन्दिर परिसर का क्षेत्रफल अब बढ़कर 20 हेक्टेयर हो गया है। प्रथम चरण की योजना में 310 करोड़ रूपये की लागत से दर्शनार्थियों के लिए सुविधाओं को और विस्तार दिया जा रहा है। नन्दी द्वार से लगभग 900 मीटर लम्बे खुले गलियारे में पत्थर की दीवार निर्मित की गई है, जिस पर शिव पुराण के अनेक धार्मिक प्रसंगों को उकेरा गया है। गलियारे में शिवआनंद तांडव स्वरूप में 108 स्तंभ बनाये गये हैं। रूद्र सागर तालाब को पूरी तरह सीवरमुक्त किया गया है। साथ ही हस्तकला और स्वल्पाहार की कुल 128 दुकानें निर्मित की गई हैं। मन्दिर परिसर की निगरानी कमांड एण्ड कंट्रोल सेन्टर की आधुनिक तकनीक से की जायेगी।
परिसर में 400 कार क्षमता की पार्किंग के साथ 400 किलोवाट विद्युत उत्पादन क्षमता के सोलर सिस्टम भी लगाये जा रहे हैं। काशी के बाद उज्जैन स्थित महाकाल परिसर ऐसा दूसरा परिसर है, जो आधुनिक सुविधायुक्त तथा पौराणिक प्रसंगों को रेखांकित करता हुआ दिखाई देगा।