भैंसगांव में आयोजित भेंट-मुलाकात के दौरान भीड़ के किसी कोने में एक बच्ची सुबक रही थी। सबका ध्यान मुख्यमंत्री के संवाद की ओर था। भीड़ से मुखातिब मुख्यमंत्री को इस बच्ची का रोता चेहरा दिखा। उन्होंने तुरंत बिटिया को पास बुलाया और उसके आंसू पोछे। बिटिया का नाम और समस्या पूछी। बिटिया ने बताया कि उसका नाम लोकेश्वरी है और उसके पिता नहीं हैं। माँ और अपने भाई के साथ वो अपने मामा के घर रहती है। आर्थिक दिक्कत होने की वजह से पढ़ाई भी नहीं हो पा रही। मुख्यमंत्री ने बिटिया को थपकी दी और कहा कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं। जिले के प्रभारी सचिव अयाज तंबोली ने बिटिया के लिए आवेदन लिखा और बिटिया के लिए तीन लाख रुपए की मदद की घोषणा मुख्यमंत्री ने कर दी।
नशीली दवाओं के विक्रय करने वालों पर होगी कठोर वैधानिक कार्यवाही: उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा
रायपुर । उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में नशीली दवाओं के सेवन एवं विक्रय पर प्रभावी नियंत्रण हो यह सुनिश्चित किया जाए।...