रायपुर। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि 21 मई 2022 के अवसर पर जनसंपर्क विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ में पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान हुए विकास एवं उपलब्धियों पर आधारित फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया । राजधानी रायपुर में एक महीने तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं पर विशेष रूप से फोकस किया ।
इस प्रदर्शनी का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया । इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदर्शनी स्थल का भ्रमण कर वहां लगे स्टालों का अवलोकन किया और इंस्टॉल में मौजूद संबंधित विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों से चर्चा कर लगी तस्वीरों के बारे में जानकारी ली ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी की शहादत दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ में अनेक कार्यक्रम किए गए जिसमें राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी भूमिहीन श्रमिक योजना, गोधन न्याय योजना, के तहत छत्तीसगढ़ के किसानों को मजदूरों को स्व सहायता समूह को लगभग 1804 करोड़ों रुपए की राशि का अंतरण किया गया, प्रत्येक जिले में कार्यक्रम गए, जिसमें मंत्री , विधायक गण, निगम मंडल के अध्यक्ष गण सभी जनप्रतिनिधि, किसान, मजदूर सब उपस्थित थे, और आज छत्तीसगढ़ सरकार के कार्यों की प्रदर्शनी की शुरुआत दीनदयाल ऑडिटोरियम साइंस कॉलेज मैदान में की गई है और साडे 3 सालों में छत्तीसगढ़ सरकार कोरोना के बावजूद भी लोक कल्याणकारी योजनाएं शुरुआत की उसका यह प्रदर्शनी है, बहुत बढ़िया प्रदर्शनी है, इस प्रदर्शनी के माध्यम से जो हमारे सरकार काम कर रही है उसका प्रदर्शन लगाया गया है, हमारी सरकार किसानों की, मजदूरों की, आदिवासियों के, महिलाओं के, युवाओं के, हित में लगातार काम कर रही है विकास की गाथा इस प्रदर्शनी के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है
साढ़े तीन वर्ष पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने के संकल्प के साथ सरकार ने कामकाज शुरु किया था। इस दौरान सरकार ने किसानों, आदिवासियों, मजदूरों और ग्रामीणों को अपनी सर्वाेच्च प्राथमिकता में रखते हुए योजनाओं का निर्माण कर उन्हें क्रियान्वित किया। महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपनों के अनुरूप छत्तीसगढ़ के गांवों का निर्माण करने के लिए सुराजी गांव योजना लागू की गई, जिससे राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली। किसानों को उनके परिश्रम की सही कीमत दिलाने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरुआत की गई। समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने वाले लघु वनोपजों की संख्या भी 07 से बढ़ाकर 65 कर दी गई, इससे आदिवासियों को आय का नया जरिया मिला। गांव-गांव में गौठानों का निर्माण कर उन्हें ग्रामीण इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप में विकिसत किया जा रहा है। गौठानों में ही कृषि उत्पादों के वैल्यू एडीशन के जरिये रोजगार और आय के नये रास्ते खोले गए हैं। वनक्षेत्रों में वन धन केंद्रों और गौठानों में लघु वनोपजों का वैल्यू एडीशन किया जा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना की शुरुआत के बाद अब हिंदी माध्यम के उत्कृष्ट स्कूल भी शुरु किए जा रहे हैं। दूर-दराज के क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना का सफल नवाचार किया गया है। इसी तरह शहरी क्षेत्रों में मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना, दाई-दीदी क्लीनिक और श्री धन्वंतरी जैनेरिक मेडिकल स्टोर्स योजना जैसी योजनाएं संचालित की जा रही है।
जनसंपर्क विभाग द्वारा साइंस कॉलेज परिसर स्थित डीडीयू ऑडिटोरियम में लगाई जाने वाली राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में तस्वीरों को योजनाओं के अलग-अलग सेगमेंट में प्रदर्शित किया। जिन प्राथमिकता वाली योजनाओं पर यह प्रदर्शनी केंद्रित है। उनमें राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, दाई-दीदी क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल योजना, नरवा, गरवा, घुरवा और बारी, वन अधिकार अधिनियम का क्रियान्वयन, वनोपज संग्रहण, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन, राजीव युवा मितान क्लब योजना, श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना, मुख्यमंत्री मितान योजना, राम वन गमन पर्यटन पथ आदि शामिल हैं।