रायपुर । खेती किसानी में पानी का विशेष महत्व होता है इसी कड़ी में मुख्यमंत्री जी ने परिसर में बनाए गए लघु वाटिका में कुआं का पूजन किया , मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अभियांत्रिकी महाविद्यालय परिसर में बनी बाड़ी में लौकी, कुम्हड़ा और तरोई के बीजों का रोपण किया।
किसान पुत्र छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज माटी पूजन के दौरान सबसे पहले कोठी से अन्न लेकर ठाकुर देव को अर्पित किया. यहाँ परम्परागत तौर पर उन्होंने अन्न के दोने को बैगा को सौंपा. इस अन्न को ठाकुर देव के सामने रखकर अन्न पूजा की क्रिया को सम्पन्न किया गया. इस अन्न दाने से बीजहा लेकर खेत में बीजारोपण किया जाएगा. गौ माता को चारा खिलाकर पूजा अर्चना किये साथ ही प्रदेश के सूख समृद्वि की कामना की।
सीएम बघेल ने अक्षय तृतीया के अवसर पर खेत में हल और ट्रेक्टर चलाकर बीजों का रोपण भी किया। उन्होंने ट्रेक्टर से खेत की जोताई और बुआई के साथ मति पूजा की परम्परा को जीवंत किये, अभी 1 मई को बोर बासी खा कर श्रम विरो का सम्मान किये। हमारी कृषि परम्परा में यह दिन विशेष महत्व रखता है। अक्षय तृतीया से नई फसल के लिए तैयारी शुरू होती है।
अक्षय तृतीया का दिन बहुत शुभ माना गया है. इस दिन जिस काम की शुरूआत होती है, उसकी पूर्णता निश्चित मानी जाती है .धरती और प्रकृति की रक्षा करने के संकल्प के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में माटी पूजन महाभियान की शुरुआत की, इसके अंतर्गत राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।