रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज प्रश्नकाल में अजय चंद्राकर के सवाल के जवाब में उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते विभाग ने विश्वविद्यालयों को आनलाईन शिक्षा के संबंध में निर्देश जारी किया था। लेकिन, तीसरी लहर का प्रभाव कम होने के कारण विभाग ने अलग से आदेश जारी कर पुराना निर्देश वापिस ले लिया। उमेश पटेल ने आनलाईन शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों की वास्तविक संख्या बताने में असर्मथता व्यक्त किया। चंद्राकर के ये पूछने पर कि परीक्षाएं आफलाइन होंगी या आनलाईन, उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि परीक्षाएं आफलाइन मोड में होंगी।
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने आज प्रश्नकाल में जानना चाहा कि, कॉलेज में इस सत्र परीक्षा किस मोड़ पर होगी। मंत्री उमेश पटेल ने स्पष्ट किया, ऑफ़लाइन एग्जाम होगा। उसके बाद विधायक चंद्राकर ने परीक्षा आयोजित करने के संबंध में क्या निर्देश दिए गए हैं? वर्तमान पाठ्यक्रम में किसी प्रकार की कटौती किए हैं? साथ ही विद्यार्थियों की संख्या, ऑनलाइन परीक्षा और मॉनिटरिंग के परिणाम तथा उसके आधार पर सवाल किए।
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के सवाल पर उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि पाठ्यक्रम में किसी भी प्रकार की कोई कटौती नहीं की गई है। प्रदेश के राजकीय विश्वविद्यालयों के अंतर्गत 3 लाख 67 हज़ार 099 छात्र अध्ययनरत हैं। मंत्री उमेश ने आगे कहा कि ऑनलाइन शिक्षा में शामिल विद्यार्थियों की संख्या दिया जाना किसी भी प्रकार से संभव नहीं। मॉनिटरिंग के परिणाम ऑनलाइन कक्षाओं का आयोजन सुनिश्चित किया गया है। परिणाम संस्था स्तर की संकलित जानकारी के आधार पर तय किया गया है।
अजय चंद्राकर के इस सवाल पर कि इस सत्र में होने वाली परीक्षा ऑनलाइन या ऑफलाइन होगी, मंत्री उमेश पटेल ने स्पष्ट किया कि परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में ही होंगी। उच्च शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते विभाग ने विश्वविद्यालयों को आनलाईन शिक्षा के संबंध में निर्देश जारी किया था, लेकिन तीसरी लहर का प्रभाव कम होने के कारण विभाग ने अलग से आदेश जारी कर पुराना निर्देश वापिस ले लिया। इसमें कहीं कोई शंका नहीं है।