रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार प्रदेश में किसानों के सिंचाई पम्पों को बिजली कनेक्शन देने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। पिछले तीन वर्षो में 95 हजार 643 सिंचाई पम्पों को बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। इनमें से 60 हजार 197 स्थाई कनेक्शन तथा 35 हजार 446 अस्थाई बिजली कनेक्शन दिए गए हैं।
राज्य सरकार द्वारा कृषि पंप ऊर्जीकरण योजना के अंतर्गत विद्युत लाईन के विस्तार के लिए प्रति पंप एक लाख रूपए का अनुदान दिया जा रहा है। पूर्व में दिए गए बिजली कनेक्शनों को मिलाकर वर्तमान में लगभग 5 लाख 81 हजार से अधिक कृषि पंपों को स्थाई एवं अस्थाई बिजली कनेक्शन दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले वर्ष 1 जनवरी की स्थिति में बिजली कनेक्शन के लिए लंबित 35 हजार 161 कृषि पंपों को बिजली कनेक्शन देने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। विद्युत वितरण कंपनी द्वारा 30 नवम्बर 2021 तक इनमें से 23 हजार 985 पंपों को कनेक्शन दे दिए गए हैं। शेष पंपों को चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
राज्य शासन द्वारा किसानों को उनके बिजली बिलों में राहत देने के लिए कृषक जीवन ज्योति योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत 3 हार्स पावर तक के सिंचाई पंपों को बिजली बिल में 6000 यूनिट प्रति वर्ष तथा 3 से 5 हार्स पावर तक के कृषि पंपों के बिजली बिल में 7500 यूनिट प्रतिवर्ष छूट दी जा रही है। इसके अलावा किसानों को फ्लेट रेट पर बिजली प्राप्त करने का विकल्प भी दिया गया है।
राज्य शासन द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के किसान के लिए विद्युत खपत की कोई सीमा नहीं रखी गई है। इन वर्गों के किसानों द्वारा खेती में उपयोग की जा रही पूरी बिजली निःशुल्क रखी गई है। वर्तमान में कृषक जीवन ज्योति योजना से प्रदेश के 5 लाख 81 हजार किसान लाभान्वित हो रहे हैं।