रायपुर।प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा है कि वे राज्य के गृहमंत्री रह चुकने के बावजूद पुलिस का मनोबल गिराने का निम्नस्तरीय प्रयास कर रहे हैं। यह उचित नहीं है।
राज्य की पुलिस ईमानदारी से अपना काम कर रही है। उन्हें कोंडागांव पुलिस द्वारा दो करोड़ से अधिक कीमत का गांजा बरामद करने पर पुलिस का उत्साह बढ़ाना चाहिए जबकि वे पुलिस को हतोत्साहित करने की राजनीति कर रहे हैं। पुलिस को राजनीति का मोहरा बनाना ठीक नहीं है। पुलिस छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ की जनता के लिए काम करती है। किसी राजनीतिक दल के लिए नहीं। वे लंबे समय तक सत्ता में रहे हैं। उन्हें ज्ञात है कि तब भी यही पुलिस थी और आज भी यही पुलिस है। फर्क यह है कि उनके राज में तस्कर पकड़े नहीं जाते थे। पुलिस को उसका काम करने नहीं मिलता था। अब पुलिस को उसका काम करने की पूरी पूरी छूट है इसलिए एक पत्ती गांजा भी छत्तीसगढ़ की पुलिस से बचकर नहीं निकल सकता। तस्कर यहां की पुलिस के जाल में इसलिए फंस रहे हैं कि उन्हें पहले जैसा राजनीतिक संरक्षण बीते तीन साल से नहीं मिल रहा। भाजपा ने छत्तीसगढ़ को हर तरह के माफिया और नक्सल हिंसा के हवाले कर दिया था। भाजपा सरकार के जाते साथ ही हालात बदल गए।
शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ गांजा तस्करों का स्वर्ग बन नहीं गया है, वह भाजपा के समय अपराधी तत्वों का स्वर्ग हुआ करता था। अब यहां कानून का राज है। यहां किसी भी अपराधी के लिए कोई सुरक्षित जगह नहीं मिल सकती। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सख्त हिदायत दे रखी है कि छत्तीसगढ़ में एक पत्ती गांजा तक प्रवेश नहीं करना चाहिए तो वह हो रहा है। यहां लगातार गांजा पकड़ा जाना इसका प्रमाण है। बृजमोहन अग्रवाल कानून व्यवस्था का सवाल उठा रहे हैं तो दिल पर हाथ रखकर महसूस करें कि उनकी भाजपा के समय राज्य की कानून व्यवस्था क्या थी और आज क्या है। वे यह भी अनुभव करें कि उनके राज में युवा पीढ़ी को किस रोजगार में लगाया गया।