1 दिसम्बर से प्रारंभ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को लेकर जिले के किसानों में खासा उत्साह है। धान उपार्जन कंेद्रों में धान बेचने आए किसान कहते है कि धान खरीदी के लिए शानदार व्यवस्था की गई है, जिससे धान बेचने में कोई परेशानी नहीं हो रही है। शासन को धन्यवाद देते हुए किसान कहते है कि मेहनत के हिसाब से धान का वाजिब दाम मिलने से अब हमें साहूकारों से मुक्ति मिल गयी है।
अकलतरी धान खरीदी केन्द्र में समर्थन मूल्य पर धान बेचने आए ग्राम गढ़वट के किसान संजय कुमार कश्यप ने 34 क्विंटल धान का टोकन कटवाया है। वे कहते हैं कि सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी से हमें साहूकारों से मुक्ति मिल गयी है। अब हमें साहूकारों से ब्याज लेने की कोई जरूरत नहीं है। धान खरीदी के लिए की गई टोकन व्यवस्था शानदार है। ग्राम चोरहा देवरी से धान बेचने आए किसान राजेन्द्र चौहान समिति में धान खरीदी की व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए। उन्हांेने बताया कि यहां टोकन कटवाने में कोई दिक्कत नहीं आयी। उन्होंने 50 क्विंटल धान का टोकन कटवाया है। वे 3 हेक्टेयर में धान की खेती करते हैं। वे कहते हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा हम जैसे किसानों के हित को ध्यान में रखकर ही किसान हितैषी योजनाएं बनायी जा रही है।
ग्राम गढ़वट के किसान भागवत प्रसाद ने 62 क्विंटल धान का टोकन कटाया है। धान खरीदी की व्यवस्था से संतुष्ट प्रसाद ने कहा कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी से उन्हें राहत मिली है। उन्होंने बताया कि राजीव गांधी न्याय योजना की किश्त भी समय समय पर मिल जाने से खेती बाड़ी में सहूलियत हो रही है। ग्राम गढ़वट के ही किसान भरत लाल कश्यप ने शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को अच्छा बताया। उन्होंने धान खरीदी केंद्र में 120 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर बेचा।
अकलतरी धान खरीदी केन्द्र में अकलतरी, गढ़वट एवं चोरहा देवरी गांवों के किसान समर्थन मूल्य पर अपना धान बेचने आते है। समिति के प्रबंधक ने बताया कि यहां 789 किसान पंजीकृत हैं। धान का पंजीकृत रकबा 878 हेक्टेयर है। 01 दिसम्बर से यहां अब तक 251 किसानों से 9937.20 क्विंटल धान की खरीदी हुई है।