जरा सोचिए कि एक दिन आपको कोई पुराना खत मिले जिसमें लिखा हो कि ये घर अब आपका नहीं रहा बल्कि अब ये सरकार की सम्पति है, तो पैरों तले जमीन तो खिसक ही जाएगी ना? कुछ ऐसा ही होने जा रहा है एण्डटीवी के नए सिचुएशनल कॉमेडी शो श्और भई क्या चल रहा है?श् में। इस शो में मिश्रा और मिर्जा एक ही हवेली में रहते हैं और उन्होंने हमेशा ही हवेली की नेमप्लेट पर अपना नाम होने का सपना देखा है। ओपनिंग एपिसोड में दर्शक देखेंगे कि हवेली पर अपना-अपना हक साबित करने के लिए रमेश प्रसाद मिश्रा (अंबरीश बॉबी) और ज़फर अली मिर्जा (पवन सिंह) सुबूत की तलाश करना शुरू कर देते हैं।
साड्डा हक, ऐत्थे रख वाले एटीट्यूड के साथ मिश्रा और मिर्जा, छोटे-छोटे सुबूतों को ट्रेस करना शुरू कर देते हैं। कोर्ट में अपना स्वामित्व साबित करने के लिए मिर्जा बिजली के पुराने बिलों की खोज में लग जाता है, तो वहीं दूसरी तरफ मिश्रा को ब्रिटिश रानी द्वारा स्वीकृत एक पुराना पत्र मिलता है। उस खत में ये आदेश दिया गया था कि अगर अंग्रेज देश छोड़कर चले जाते हैं तो हवेली को मेंटल असाइलम या फिर अनाथालय में बदल दिया जाए। अंग्रेज चले गए लेकिन ये मुसीबत दे गए। उस खत को पढ़कर, मिश्रा और मिर्जा दोनों डर जाते हैं क्योंकि आदेशों का पालन न करने की सजा कालापानी की सजा थी। कालापानी के डर से दोनों खत को फाड़कर फेंक देते हैं, आखिरकार जंगल में मोर नाचे किसने देखा? लेकिन उनकी नौकरानी पारो (सिमरन अवस्थी) तो आखिर पारो है, वो छुपकर खत के बारे में उनकी बातचीत सुन लेती है और उस खत के फेंके हुए टुकड़ो को पप्पू पांडे (संदीप यादव) और बिट्टू कपूर (अनूप अवस्थी) को दे देती है। पप्पू और बिट्टू के हाथ तो जैसे लॉटरी ही लग गई हो। उनकी स्थिति को भांपते हुए, ये दोनों मिश्रा और मिर्जा को हवेली का कब्जा पाने और इसे तोड़कर एक शाॅपिंग माॅल बनाने के लिए मैनिपुलेट करना शुरू कर देते हैं। अंबरीश बॉबी उर्फ रमेश प्रसाद मिश्रा ने कहा, ष्मैं यकीन के साथ कह सकता हूं कि दर्शक पहले एपिसोड के साथ ही दिल खोलकर हंसने वाले हैं।
यह शो समय के साथ लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने और ज्यादा समय बिताने के लिए मजबूर कर देगा। शुरूआती एपिसोड में ही, दर्शक मिर्जा और मिश्रा के बीच हवेली को लेकर अनबन होते हुए देखेंगे। उनकी खट्टी-मीठी नोंक-झोंक बहुत ही मजेदार और मनोरंजक होगी। मिर्जा और मिश्रा दोनों ही हवेली को बचाने की कोशिश में हैं और वो दोनों ही अपनी पत्नियों और परिवार के बड़े लोगों को भी समझाने की पूरी कोशिश करते हैं। नगर निगम के कर्मचारियों को निरीक्षण के लिए आते देख दोनों परिवार घबरा जाते हैं। दर्शकों के लिए ये देखना वाकई दिलचस्प होगा कि दोनों परिवार अपनी प्यारी हवेली को बचाने के लिए किस हद तक जाते हैं। क्या मिर्जा और मिश्रा का सपना बस एक सपना बनकर रह जाएगा?श्
अब आगे क्या होगा, ये जानने के लिए देखिए ‘और भई क्या चल रहा है?‘, 30 मार्च से, हर सोमवार से शुक्रवार, रात 9.30 बजे सिर्फ एण्डटीवी पर!