रायपुर। विश्व योग दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में “योग एवं वेलनेस सप्ताह” की शुरुआत उत्साहपूर्वक की गई। सप्ताह के पहले दिन को “योग परिचय दिवस” के रूप में मनाया गया, जिसमें हजारों बच्चों और महिलाओं ने भाग लेकर योग और समग्र स्वास्थ्य के महत्व को अपनाने की प्रेरणा ली।
बच्चों के लिए विशेष योग सत्र:
5 से 14 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार योग सत्रों का आयोजन किया गया। इन सत्रों में तितली, वृक्ष, रस्सी कूद, संतुलन दौड़ और फल पहचानने जैसे सरल योग आसनों और खेलों के माध्यम से बच्चों को योग से जोड़ने का प्रयास किया गया। स्कूल समय के तुरंत बाद हुए इन सत्रों ने बच्चों में ऊर्जा, अनुशासन और एकाग्रता के विकास को प्रोत्साहित किया।

महिलाओं के लिए ‘ऊर्जा और संवाद दिवस’:
सप्ताह के पहले दिन को महिलाओं के लिए “ऊर्जा और संवाद दिवस” के रूप में मनाया गया। गर्भवती महिलाएं, स्तनपान कराने वाली माताएं और अन्य महिलाओं ने हल्के योगाभ्यास, सामूहिक संवाद, लोकधुनों पर नृत्य और रिंग गेम्स में भाग लेकर स्वास्थ्य और आपसी संवाद को प्राथमिकता दी। इस पहल ने महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति सजग करने के साथ-साथ उनके मानसिक और सामाजिक कल्याण को भी बढ़ावा दिया।
सकारात्मक संदेश और जागरूकता:
“योग एवं वेलनेस सप्ताह” की यह पहल आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य को जन-आंदोलन बनाने की दिशा में एक ठोस कदम साबित हो रही है। बच्चों और महिलाओं की भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि समाज में अब स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता और सक्रियता दोनों ही बढ़ रही हैं।
आगामी दिनों में भी प्रदेशभर के आरोग्य मंदिरों में युवाओं, बुजुर्गों और अन्य वर्गों के लिए विविध योग गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, जिससे शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य को समग्र रूप से सशक्त किया जा सके।