रायपुर । सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं घायलों को त्वरित उपचार के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा सड़क दुर्घटना में घायलों को त्वरित चिकित्सा उपलब्ध कराने वाले व्यक्तियों को गुड सेमेरिटंस अर्थात नेक व्यक्ति की संज्ञा देते हुए इन्हे प्रोत्साहित व पुरस्कृत करने निर्देशित किया गया है। जिसका पालन करते हुए एसएसपी रायपुर संतोष कुमार सिंह द्वारा प्रतिमाह सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद कर जान बचाने वाले गुड सेमेरिटंस (नेक इंसान) को प्रशस्ति पत्र एवं शिल्ड देकर सम्मानित किया जाता है। इसी क्रम में मंगलवार को सड़क दुर्घटना में घायलों की जान बचाने वाले 5 गुड सेमेरिटंस को एसएसपी ऑफिस में बुलाकर सम्मानित किया गया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर ओम प्रकाश शर्मा, डीएसपी ट्रैफिक गुरजीत सिंह उपस्थित रहें।
सड़क दुर्घटना में घायलों की मद्द करने वाले गुड सेमेरिटंस निम्नलिखित है:-
1. अखिलेश द्विवेदी पिता रमाकांत द्विवेदी उम्र 30 वर्ष , कटोरा तालाब रायपुर द्वारा दिनांक 07.06.2024 को सेरीखेड़ी ओव्हरब्रीज के ऊपर सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तत्काल डायल 112 को फोन कर एम्बुलेंस बुलाकर उपचार हेतु हास्पिटल भेजकर घायल की जान बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
2. योगेन्द्र साहू पिता स्व. ओंकार राम साहू उम्र 22 वर्ष, महामाया नगर सरोरा रायपुर द्वारा दिनांक 07.06.2024 को सेरीखेड़ी ओव्हरब्रीज के ऊपर सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तत्काल डायल 112 को फोन कर एम्बुलेंस बुलाकर उपचार हेतु हास्पिटल भेजकर घायल की जान बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
3. जितेश महंत पिता राजकुमार महंत उम्र 26 वर्ष, सांई कालोनी मंदिर हसौद द्वारा दिनांक 26.06.2024 को घटिस सड़क दुर्घटना में तत्काल डायल 112 को फोन कर एम्बुलेंस बुलाकर घायलों को उपचार हेतु हास्पिटल भेजकर जान बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
4. कीर्ति कुमार परमानंद पिता सुरेश परमानंद उम्र 35 वर्ष भाठागांव रायपुर द्वारा लगभग 12 वर्षो से सड़क दुर्घटना में घायल लगभग 15000 व्यक्तियों को ब्लड की व्यवस्था कर जान बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
5. शुभम साहू पिता मोहन लाल साहू उम्र 31 वर्ष राजा तालाब रायपुर द्वारा यातायात पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण एवं नियमों का पालन कर वाहन चलाने हेतु चलाये जा रहे यातायात जनजागरूकता अभियान में भागीदारी करते हुए 27 शैक्षणिक संस्थानों में जागरूकता अभियान संचालित किये जाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बता दें कि देश में प्रति वर्ष सड़क दुर्घटना में लगभग डेढ़ लाख लोगो की मृत्यु होती है, जिसका प्रमुख कारण घायलों को त्वरित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध नही होने के कारण होता है। सड़क दुर्घटना के दौरान 30 मिनट का समय घायलों के लिए गोल्डन हावर होता है, इस दौरान यदि घायल व्यक्ति को किसी भी प्रकार से हास्पिटल तक पहुंचा दिया जाता है या फिर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध करा दिया जाता है तो मामले में घायल की जान बचाई जा सकती है।किन्तु आज के समय में अधिकांशतः व्यक्ति घायल व्यक्ति की जान बचाने हेतु कोई उपाय नही करता, जिससे घायल व्यक्ति उपचार के अभाव में तड़फ-तड़क कर घटनास्थल में ही दम तोड़ देता है। जिसे दृष्टिगत रखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जिला रायुपर संतोष कुमार सिंह द्वारा जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि थाना क्षेत्र में घटित सड़क दुर्घटना में घायल को त्वरित सहायता पहुंचाने हेतु गुड सेमेरिटंस का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने एवं घायल को त्वरित सहायता पहुंचाकर जान बचाने वाले गुड सेमेरिटंस को प्रोत्साहित व पुरस्कृत करने हेतु उपस्थित कराने निर्देशित किया गया है।