बिलासपुर। अनुशासन और नेतृत्व कौशल का विकास, एनसीसी का संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण में कैडेट के लिए राइफल चलाना, मैप रीडिंग सहित अन्य गतिविधियां आयोजित की गई। एनसीसी का उद्देश्य कैडेटों को अनुशासित और देशभक्त नागरिक बनाना है, साथ ही उन्हें सेना, नौसेना और वायु सेना के लिए बुनियादी प्रशिक्षण प्रदान करना है।
सीएम दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 22 जून से एक जुलाई तक शिविर आयोजित है। प्रशासनिक अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल संजीव कुमार राय ने कैडेटों को प्रेरणादायक भाषण दिया। उन्होंने एनसीसी के उद्देश्य और लक्ष्यों को स्पष्ट किया और शिविर की अनुसूची और विवरण के बारे में जानकारी दी। कैडेटों ने निर्धारित कार्यक्रम का पालन किया।
यह कार्यक्रम विभिन्न अभ्यासों और व्याख्यानों से भरा हुआ था, जिसमें हथियार प्रशिक्षण, मानचित्र पढ़ना, राइफलों का तकनीकी डेटा, गश्त, खेल और अन्य जमीनी प्रशिक्षण शामिल थे। इसके साथ ही, नेतृत्व कौशल विकसित करने के लिए 100 मीटर दौड़, वालीबाल और बास्केटबाल टूर्नामेंट जैसी खेल गतिविधियां भी आयोजित की गईं।
निरीक्षण और प्रशिक्षण सत्र
ब्रिगेडियर बीके चौहान ने शिविर का निरीक्षण किया और कैडेटों से मुलाकात की। उन्होंने 22 राइफल को जोड़ने और खोलने के तरीके के साथ-साथ इसे साफ करने के बारे में जानकारी दी। चौथे दिन 7.62 मिमी सेल्फ लोडिंग राइफल की असेंबलिंग और डिसेम्बलिंग की विशेषताओं पर व्याख्यान दिए गए। इसके अलावा कैडेटों को संचार कौशल, स्वास्थ्य और स्वच्छता और आनलाइन धोखाधड़ी को रोकने के लिए जागरूक किया गया।
फील्ड सिग्नल और व्यावहारिक ट्रेनिंग
पांचवें दिन कैडेटों को दूसरी बटालियन सकरी ले जाया गया, जहां उन्हें फील्ड सिग्नल और आप्टिकल उपकरणों के बारे में सिद्धांत और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया गया। उन्होंने 22 राइफल को लोड और अनलोड करने और उसकी फायरिंग स्थिति के बारे में भी सीखा। समापन के अवसर पर कालेज के शासी निकाय के अध्यक्ष डा. संजय दुबे ने कैडेटों की प्रशंसा की।
कैडेटों में दिखा अनुशासन, नेतृत्व कौशल
यह एनसीसी शिविर कैडेटों के अनुशासन, नेतृत्व कौशल और साहसिक गतिविधियों में भागीदारी को बढ़ाने का एक उत्कृष्ट उदाहरण था। इस प्रकार के शिविर कैडेटों को सशस्त्र बलों के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, साथ ही उन्हें एक जिम्मेदार और जागरूक नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करते हैं।