रायपुर। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा वरिष्ठ मतदाताओं को उनके मताधिकार के लिए उपयोग के लिए प्रारंभ होम वोटिंग कई मायनों में महत्वपूर्ण हैं। लोकतंत्र के पर्व में जहां एक-एक मत की महती भूमिका होती हैं, लेकिन उम्र के इस पड़ाव में जहां चलने-फिरने में दिक्कत होती हैं। वहां मतदान कर पाना संभव प्रतीत नहीं होता लेकिन अपने मताधिकार का उपयोग न कर पाने की खलल भारत निर्वाचन आयोग ने दूर करते हुए ऐसे 85 से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ मतदाताओं को घर पहुंच मतदान करने की सुविधा देकर लोकतंत्र में उनकी मत के महत्व को बरकरार रखा हैं।
कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देश पर संपूर्ण प्रकिया का पर्यवेक्षण वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया गया। लक्ष्मी नारायण मंदिर के सामने स्थित घर में निवासरत मतदाता वली मोहम्मद का जन्म सन 1931 में हुआ है, आज के समय में उनकी उम्र लगभग 93 साल हो चुकी हैं, वो बताते है भारत में जब निर्वाचन की प्रक्रिया प्रारंभ हुई तब से अपने मताधिकार का लगातार उपयोग कर रहे है। लेकिन इस उम्र उन्हे दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा था, लेकिन निर्वाचन आयोग के शुरू किए होम वोटिंग ने उन्हे राहत दी है और आज वो दूसरी बार होम वोटिंग कर अपने मताधिकार का उपयोग किए है। इसी प्रकार शहर में चल रहे होम वोटिंग की प्रक्रिया का अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री राजीव कुमार पाण्डेय ने औचक निरीक्षण किया। इस अवसर पर तहसीलदार श्री लोमस मिरी भी उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि जिले में चारों विधानसभा में आज से होम वोटिंग की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। जिसके तहत मतदान दलों के माध्यम से 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओ के घर में पहुंच मतदान कराया गया। जिले में कुल 135 होम वोटर हैं, जिसमें रायगढ़ में 23, खरसिया में 56, लैलूंगा में 19 तथा धरमजयगढ़ में 37 वोटर शामिल है। होम वोटिंग के लिए आवेदन करने वाले कुल 135 मतदाताओं में से 131 मतदाताओं द्वारा आज उनके निवासगृह में पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान किया गया। 01 मतदाता का निधन हो चुका है तथा शेष 03 मतदाताओं को पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु उनके निवासगृह में 02 मई 2024 को मतदान अधिकारियों की टीम पुन: जाएगी।